भाजपा-अजित के लिए 36 मैजिक नंबर

महाराष्ट्र की राजनीति में शनिवार सुबह जो उलटफेर हुआ है, उससे न सिर्फ राज्य, बल्कि देश भी भौंचक्का रह गया। अभी तक शिवसेना और कांग्रेस के साथ बातचीत कर रही एनसीपी के सीनियर नेता अजित पवार के भाजपा को समर्थन देकर सरकार बनने से राजनीतिक समीकरणों ने लोगों को तो उलझा ही दिया है, साथ ही अब सबकी नजरें बहुमत के उस जादुई आंकड़े पर टिक गई हैं, जिसके कारण पूरी कहानी शुरू हुई…

ताजा घटनाक्रम के बाद यह माना जा रहा है कि एनसीपी से अलग राह पकड़कर बीजेपी संग सरकार में शामिल होने वाले अजित पवार के पास यह जरूरी संख्या है। शरद पवार ने साफ कहा है कि बीजेपी को समर्थन का फैसला अजित का निजी था। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि एनसीपी के सभी 54 विधायकों का साथ बीजेपी के को नहीं मिला है। राजनीतिक सूत्रों की मानें तो अजित के साथ एनसीपी के 35 विधायक हैं। उनके अलावा करीब 13 निर्दलीय विधायकों के समर्थन का दावा बीजेपी पहले ही कर रही थी। ये निर्दलीय शिवसेना और बीजेपी के बागी नेता हैं। एनसीपी के पास कुल 54 विधायक हैं। दल-बदल कानून के प्रावधान के तहत अलग गुट को मान्यता हासिल करने के लिए दो तिहाई विधायकों के समर्थन की जरूरत होती है। इस लिहाज से अजित पवार को 36 विधायकों का समर्थन चाहिए। अगर अजित 36 या इससे ज्यादा विधायकों का समर्थन हासिल कर लेते हैं तो उन्हें नई पार्टी बनाने में मुश्किल नहीं होगी लेकिन अगर ऐसा नहीं हो पाता है तो बागी विधायकों की सदस्यता खत्म हो सकती है।

बहुमत का आंकड़ा – 145

महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सीटें हैं। सरकार बनाने के लिए बहुमत का जरूरी आंकड़ा 145 का है। विधानसभा चुनाव के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं। बीजेपी और शिवसेना चुनाव से पहले साथ थीं और ऐसे में दोनों के पास बहुमत का आंकड़ा था। हालांकि, गठबंधन टूट गया और बीजेपी को सरकार बनाने के लिए 40 सीटों की जरूरत हो गई।

किसे मिली हैं कितनी सीटें

पार्टी                   सीटें

भाजपा                 105

शिवसेना               56

कांग्रेस                 44

एनसीपी               54

एआईएमआईएम      2

बहुजन विकास आघाडी          3

सीपीआई (एम)       1

निर्दलीय               13

जन सुराज्य शक्ति     1

क्रांतिकारी शेतकारी पार्टी         1

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना          1

पीडब्ल्यूपीआई       1

प्राहर जनशक्ति पार्टी  2

राष्ट्रीय समाज पक्ष    1

समाजवादी पार्टी       2

स्वाभिमानी पक्ष       1

कुल                   288