मोदी ने दिया बांग्ला‍देश से रोहिंग्या की द्रुत एवं सुरक्षित वापसी पर जोर

बैंकॉक-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार से विस्थापित रोहिंग्या समुदाय के लोगों की बंगलादेश से त्वरित, सुरक्षित एवं सतत वापसी पर जोर देते हुए रविवार को कहा कि उनकी वापसी भारत, बंगलादेश और म्यांमार समेत पूरे क्षेत्र के हित में है। श्री मोदी ने अासियान से जुड़े शिखर सम्मेलन और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन से इतर म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान कहा कि म्यांमार के रखाइन प्रांत से विस्थापित हुए रोहिंग्या लोगाें की त्वरित, सुरक्षित एवं सतत घर वापसी भारत, बंगलादेश और म्यांमार समेत पूरे क्षेत्र और विस्थापित लोगों के हित में है। बताया जाता है कि 2017 में म्यांमार के सुरक्षा बलों के अभियान के कारण रखाइन प्रांत से भागकर 11 लाख रोहिंग्या शरणार्थी बंगलादेश पहुंचे थे और तब से वहीं रह रहे हैं। बंगलादेश के अधिकारियों का कहना है कि म्यांमार को रोहिंग्या शरणार्थियों की वापसी के लिए अनुकूल माहौल बनाने के वास्ते अंतरराष्ट्रीय समुदाय की व्यापक भागीदारी के बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए। विदेश मंत्रालय की ओर से यहां जारी विज्ञप्ति के मुताबिक दोनों नेता इस पर सहमत हुए कि भारत और म्यांमार के बीच साझीदारी लगातार मजबूत बनाने के लिए स्थिर और शांतिपूर्ण सीमा एक महत्वपूर्ण कारक है।