रैगिंग केस पर आईजीएमसी में न कोई जांच, न ही मीटिंग

शिमला  – आईजीएमसी में कथित रैगिंग मामले में अभी कोई भी आगामी कार्रवाई आईजीएमसी प्रशासन नहीं कर पाया है। हालांकि प्रशासन यह दलील जरूर दे रहा है कि यह डाक्टरों के दो गुटों में आपसी रंजिश है, लेकिन यदि रैंगिग की जांच भी की जानी हो, तो आईजीएमसी में एंटी रैंगिंग कमेटी की बैठक होना जरूरी बताया जाता है, लेकिन न तो अस्पताल में यह मीटिंग हो पाई है और न ही संबंधित डाक्टरों से जवाबतलबी करने में आईजीएमसी प्रशासन कोई कदम उठा पाया है। अब सूचना है कि जूनियर डाक्टर ने सीनियर डाक्टर पर शराब के नशे में तंग करने का आरोप लगाया है, जिसमें आईजीएमसी में इस मसले पर रैंगिंग की खूब चर्चा है। हालांकि न्यायिक स्तर पर इस केस की जांच की जा रही है, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर इस केस की जांच और कार्रवाई पर नज़र प्रशासनिक अधिकारियों पर भी टिकी थी। हालांकि कई बार प्रदेश सरकार मेडिकल कालेजों को बार-बार ये निर्देश जारी कर चुकी है कि होस्टल की कार्यप्रणाली पर सख्त नज़र रखी जाए, जिसमें कई बार चिकित्सकों के होस्टल में शराब पीकर झगड़े करने की खूब शिकायतें सामने आ रही हैं, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम में ये घटनाएं सामने आई हैं।