सरकार जल्द लागू करे नई शिक्षा नीति

 राष्ट्रीय अधिवेशन में हिमाचल शिक्षक महासंघ के पदाधिकारियों ने उठाई मांग, कार्यक्रम में पहुंचे 90 शिक्षक

धर्मशाला, नगरोटा, सुंदरनगर –गुजरात के मेहसाणा में हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के 90 शिक्षक पदाधिकारी शामिल रहे। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रदेश मीडिया प्रमुख दर्शन लाल व शिक्षाविद शशि शर्मा ने गुजरात के मेहसाणा में आयोजित अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अधिवेशन में देशभर से आए 5000 पदाधिकारियों ने भाग लिया, जिसमें  कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर सभी राज्यों में शिक्षा और शिक्षकों से जुड़ी समस्याओं को लेकर चर्चा की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ गुजरात के मुख्यमंत्री  विजय भाई रुपाणि ने किया। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के कांगड़ा जिला के मीडिया प्रभारी राजिंद्र जंवाल ने बताया कि इस अधिवेशन में महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष  जगदीश प्रसाद सिंघल ने महासंघ के कार्यों के साथ स्वरूप को लेकर जानकारी दी। महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष  जगदीश प्रसाद सिंघल ने मुख्यमंत्री के साथ सभी मेहमानों का स्वागत किया। कार्यक्रम में सर्वसम्मति से देशभर के सभी राज्यों के लिए सातवें  वेतन आयोग की सिफारिशों को एक साथ लागू करने, शिक्षा की बेहतरी के लिए शिक्षा नियामक आयोग गठित करने, केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा बजट का 30 प्रतिशत शिक्षा के लिए सुनिश्चित करने, नई शिक्षा नीति को लागू करने, शिक्षकों के खाली पद भरने, शिक्षकों की सभी भर्तियां नियमित रूप से करने,  एक समान वेतनमान के साथ भते प्रदान करने, कम्प्यूटर व व्यावसायिक शिक्षकों की नियमित रूप से भर्ती करने, पुरानी पेंशन को बहाल करने, शिक्षा के बाजारीकरण को रोकने के साथ अन्य मांगों को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया। इसके साथ अधिवेशन में गांधी जी के विचारों को शिक्षा में शामिल करने, पर्यावरण संरक्षण के लिए पर्यावरणीय शिक्षा पर जोर देने, देश से बाहर नौकरी के लिए हो रहे ब्रेन ड्रेन को रोकने के लिए राष्ट्रीयता की भावना को मजबूत करने को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। इसके साथ अधिवेशन में तीन शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए शिक्षा भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जिसमें प्रत्येक शिक्षक को महासंघ में शैक्षिक फाउंडेशन की तरफ से प्रशस्ति पत्र और चांदी की थाली के साथ एक लाख रुपए की नकद राशि प्रदान की गई। हिमाचल प्रदेश से राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव पवन मिश्रा, प्रांताध्यक्ष पवन कुमार, प्रांत महामंत्री विनोद सूद, उपाध्यक्ष जय शंकर, अतिरिक महामंत्री सुधीर गौतम,  माम राज पुंडीर, भगत, चतर, जोगिद्र, सुशील, विजय, बलबीर, अनिल, नरेंद्र,  ललित मोहन समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।