हफ्ते की हस्तियां

संजय करोल पटना हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश

गरली परागपुर से संबंध रखने वाले न्यायाधीश संजय करोल ने अब त्रिपुरा हाई कोर्ट के पश्चात पटना हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ ग्रहण की। उनके शपथ समारोह में विशेष तौर पर हाई कोर्ट के वरिष्ठतम न्यायाधीश धर्मचंद चौधरी,  हिमाचल प्रदेश के महाधिवक्ता अशोक शर्मा व असिस्टेंट सॉलिसिटर जनरल राजेश शर्मा शामिल हुए। उनके अलावा वरिष्ठ अधिवक्ता केडी सूद, जीडी वर्मा, नरेश सूद, आरके गौतम, अंकुश दास सूद, केंद्र सरकार के अधिवक्ता राजेंद्र डोगरा, पूर्व अतिरिक्त महाधिवक्ता अनूप रतन, अधिवक्ता वीरेंदर ठाकुर व नरेश कॉल शामिल हुए। न्यायाधीश करोल ने वर्ष 1986 से अधिवक्ता के तौर पर वकालत शुरू की थी। इन्होंने वर्ष 1998 से 2003 तक हिमाचल के महाधिवक्ता के रूप में काम किया। वह मात्र 36 वर्ष की आयु में ही प्रदेश के महाधिवक्ता बन गए थे।

सिरमौर का बेटा पेसापालो वर्ल्ड कप के लिए सिलेक्ट

महाराष्ट्र के पुणे में 26 से 30 नवंबर को होने वाले  विश्व कप में दुनिया भर की कुल 13 टीमंे भाग लेंगी, जिनमें भारत के अलावा फिनलैंड, आस्ट्रेलिया, श्रीलंका, स्विट्जरलैंड, हायती, इस्टोनिया, नेपाल, यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमरीका, जर्मनी, बांग्लादेश, स्वीडन और रोमानिया शामिल हैं। यह आयोजन पेसापालो फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा करवाया जा रहा है। इसमें सिरमौर जिला के गिरिपार क्षेत्र के होनहार खिलाड़ी प्रकाश ठाकुर  का चयन हुआ है। प्रकाश ठाकुर छत्तीसगढ़ में होने वाले कोचिंग कैंप में भाग लेगा। विश्व कप में भारत की टीम में उनके चयन की सूचना पेसापालो फेडरेशन ऑफ इंडिया के जनरल सेक्रेटरी चेतन एम पेगावड़ ने उन्हंे पत्र भेजकर दी। गौर हो कि इससे पहले पेसापालो विश्व कप में गिरिपार क्षेत्र से पुरुषों की टीम में प्रकाश ठाकुर सहित महिला की इंडिया टीम से शालू शर्मा और लक्ष्मी शर्मा भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। शालू शर्मा  भारतीय टीम की कप्तान के तौर पर विश्व कप और एशियाई कप खेल चुकी है, जिसमें एशियाई कप में भारत जीत दर्ज कर चुका है।

प्रो. देवदेवन को इन्फोसिस साइंस फाउंडेशन पुरस्कार

इस वर्ष का इन्फोसिस साइंस फाउंडेशन पुरस्कार मिलेगा आईआईटी मंडी में स्कूल आफ  ह्यूमैनिटीज एंड सोशल साइंसेस के असिस्टेंट प्रोफेसर मनु वी देवदेवन को। इन्फोसिस साइंस फाउंडेशन (आईएसएफ) ने छह श्रेणियों में अपने प्रतिष्ठित पुरस्कार की घोषणा कर दी है, जिसमें से एक पुरस्कार इस बार आईआईटी मंडी के भी हिस्से में आया है। प्रोफेसर मनु वी देवदेवन को प्री मॉडर्न साउथ इंडिया पर उनके मौलिक और व्यापक काम के लिए इन्फोसिस पुरस्कार-2019 के लिए चुना गया है। पुरस्कार के रूप में उन्हें गोल्ड मेडल, प्रशस्ति पत्र और एक लाख अमरीकी डालर मिलेंगे।