हफ्ते की हस्तियां

नीरजा ठाकुर काशी हिंदू विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर

बेटियां किसी से कम नहीं, सच में इस कहावत को बेटियों ने सीसे में उतारा है। कौन सी फील्ड  है जिसमें वह लड़कों से आगे नहीं हैं। सरकाघाट की बेटी डा. नीरजा ठाकुर ने बनारस काशी हिंदू विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर वैटरिनरी के पद पर नियुक्त होकर स्थानीय क्षेत्र के साथ-साथ तहसील, जिला व पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। देश के सबसे प्रतिष्ठित इस काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पूरे भारत से इस पद के लिए 16 कैडेट अंतिम दौर में पहुंचे थे। इनमें से केवल तीन ही छात्र चयनित हुए हैं। हिमाचल प्रदेश से केवल डाक्टर नीरजा ठाकुर को इस पद पर नियुक्ति मिली है। वह सरकाघाट की दारपा पंचायत के धाड़ गांव में पैदा हुई हंै। ग्रामीण परिवेश से जुड़ी इस बेटी की प्राइमरी शिक्षा सरकारी प्राइमरी स्कूल में हुई, जबकि छठी से दसवीं कक्षा तक सरकाघाट के हिमालयन पब्लिक स्कूल, 11वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई हिम एकेडमी हमीरपुर से प्राप्त की। इसके उपरांत पालमपुर वैटरिनरी कालेज से स्नातक, बीएससी बरेली उत्तर प्रदेश से, उच्च स्नातक एमएससी वैटरिनरी व इसके उपरांत पंतनगर उत्तराखंड से पीएचडी की है।

डा. कर्णजीत टोक्यो ओलंपिक गेम्स में देंगे सेवाएं

मनाली के डाक्टर कर्णजीत सिंह 2020 में टोक्यो में होने जा रहे ओलंपिक गेम्स में अपनी सेवाएं देंगे। डा. कर्णजीत का चयन स्पोर्ट्स मेडिसिन विशेषज्ञ के रूप में हुआ है। वह एलीट पुरुष नेशनल बॉक्सिंग कैंप के लिए भी चयनित हुए हंै। अगले साल वह टोक्यो में होने जा रहे ओलंपिक गेम्स में टीम डाक्टर के रूप में भाग लेंगे। डाक्टर कर्णजीत भारत से एशियाई मुक्केबाजी परिसंघ के मेडिकल कमीशन के सदस्य भी हैं। हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में सेवाओं दे रहे डा. कर्णजीत सिंह वर्तमान में नगवाई सीएचसी जिला मंडी में तैनात हैं। डा. कर्णजीत को स्पोर्ट्स मेडिसिन के क्षेत्र में काम करने का अनुभव है। उन्होंने भारत के शीर्ष खिलाड़ी विजेंदर सिंह, मनोज कुमार, विकास कृष्णन, शिवा थापा, अमित पंघाल, मनीष कौशिक के साथ काम किया।

शॉर्ट फिल्म के लीड रोल में सुंदरनगर के अशोक

जिसे ज्योतिहीन होने की वजह से माता-पिता ने छोड़ा, आज उस हीरे का हर कोई दीवाना है। हम बात कर रहे हैं जिला मंडी सुंदरनगर के रहने वाले अशोक कुमार की। अशोक कुमार को हिमाचल फिल्म सिनेमा अपना ब्रांड प्रोमोटर  बनाएगा, साथ ही शॉर्ट फिल्म बनेगी जिसमें अशोक लीड रोल में होंगे। सोशल मीडिया के जरिए अशोक कुमार अपना हुनर दिखा चुके हैं, जिसमें बालीवुड अभिनेता नाना पाटेकर की आवाज में डायलॉग बोल रहे हैं। अशोक कुमार आईटीआई सुंदरनगर के छात्र हैं। मगर वह देख नहीं सकते, जिसके कारण उन्हें उनके माता-पिता ने छोड़ दिया था। अशोक अपने ताया-ताई के पास रहते हैं। हिमाचल फिल्म सिनेमा के संस्थापक ठाकुर केसी परिहार के पास सोशल मीडिया के जरिए जब अशोक का वीडियो पहुंचा, तो उन्होंने आईटीआई सुंदरनगर के प्रधानाचार्य विजय चौधरी से संपर्क किया और वे अशोक तक पहुंचे। ठाकुर केसी परिहार ने बताया कि अशोक कुमार के हुनर को देखते हुए उन्होंने फैसला लिया है कि वह उनको को हिमाचल फिल्म सिनेमा का ब्रांड प्रोमोटर बनाएंगे।