हम सिर्फ जीत के लिए उतरे थे

राजकोट – भारतीय क्रिकेट टीम को बांग्लादेश के खिलाफ करो या मरो मैच में जीत दिलाकर राहत महसूस कर रहे कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि उनका ध्यान राजकोट की परिस्थितियों का फायदा उठाकर केवल जीत हासिल करना था, ताकि टीम मुकाबले में बनी रहे। भारत को दिल्ली में पहले ट्वेंटी -20 में सात विकेट से हार झेलनी पड़ी थी, लेकिन दूसरे मैच को जीतकर उसने अब तीन मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी हासिल कर ली है। रोहित ने मैन ऑफ दि मैच रहने के साथ भारत को मुकाबले में भी बनाए रखा। मैच के बाद रोहित ने कहा, वाशिंगटन सुंदर और चहल अपनी गेंदबाजी को समझते हैं। अहम यह है कि वह हमेशा समीक्षा करते हैं कि इसमें सुधार कैसे कर सकते हैं। चहल ने मुश्किल स्थितियों में गेंदबाजी करते हुए टीम को उबारा है। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है, वहीं वाशिंगटन नई गेंद से हमारे नए गेंदबाज हैं। कप्तान ने कहा, मैं काफी भावुक इनसान हूं। हमने कई गलतियां कीं और मैं उसे स्वीकार करता हूं, लेकिन हमारा पूरा ध्यान मैच जीतने के लक्ष्य पर ही था। मैंने अपने गेंदबाजों को कभी भी कम नहीं आंका है।  2019 का साल मेरे लिए अच्छा रहा है और मैं इसका समापन भी अच्छे ढंग से करना चाहता हूं। अब दस नवंबर को नागपुर में निर्णायक तीसरे ट्वेंटी -20 में खेलने उतरेंगे।

‘चहल टीवी’ पर रोहित, छक्के जड़ने के लिए डोले-शोले की जरूरत नहीं

राजकोट – कप्तान रोहित शर्मा की दमदार पारी के दम पर भारत ने बांग्लादेश को यहां दूसरे टी-20 मैच में आठ विकेट से करारी शिकस्त दी। रोहित ने इस मैच में 43 गेंदों पर 85 रन बनाए। उनकी इस पारी में छह चौके और छह छक्के शामिल रहे। मैच के बाद रोहित ‘चहल टीवी’ पर युजवेंद्र के साथ पर हाजिर हुए और बड़े-बड़े छक्के मारने का राज बताया। रोहित ने कहा, आपको बड़े छक्के मारने के लिए बड़ा शरीर नहीं चाहिए। यहां तक कि चहल भी छक्के मार सकते हैं। छक्के मारने के लिए केवल पावर ही नहीं टाइमिंग की भी जरूरत पड़ती है। गेंद बल्ले के बीच में लगनी चाहिए और आपका सिर स्थिर होना चाहिए। छक्के मारने के लिए बहुत सारी चीजों का ध्यान रखना होता है।

खलील की गेंदों पर लगातार सात चौके, सोशल मीडिया पर ट्रोल

राजकोट – टीम इंडिया के पेसर खलील अहमद ने बांग्लादेश के खिलाफ  राजकोट में खेले गए सीरीज के दूसरे टी-20 मैच में भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया। दिल्ली में खेले गए सीरीज के पहले टी-20 मैच में खलील पर मुशफिकुर रहीम ने लगातार चार चौके लगाए थे। इसके बाद राजकोट में जब वह गेंदबाजी को उतरे, तो मोहम्मद नईम ने लगातार तीन चौके जड़ दिए। बांग्लादेश को हालांकि इस मैच में आठ विकेट से हार झेलनी पड़ी, लेकिन खलील को काफी ट्रोल किया गया। खलील को कप्तान रोहित शर्मा ने पारी के दूसरे ओवर के लिए गेंद थमाई, लेकिन वह लय में नजर नहीं आए। मोहम्मद नईम ने खलील के ओवर की शुरुआती तीन गेंदों पर चौके जड़े। इसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा।

शांत चित बने रहना जरूरी

राजकोट – भारतीय ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर का मानना है कि टी-20 क्रिकेट में स्पिनरों की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है। हालांकि इस छोटे फॉर्मेट में हर कोई उन्हें निशाना बनाना चाहता है। सुंदर ने मैच के बाद कहा, क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में स्पिनरों की वास्तव में अहम भूमिका होती है, क्योंकि वे गेंद की गति को नियंत्रित करते हैं। कई बार पिच से भी स्पिनरों को थोड़ी मदद मिल सकती है। निश्चित तौर पर चीजों को सरल बनाए रखना और शांत चित बने रहना महत्त्वपूर्ण होता है। 

खराब बल्लेबाजी के कारण हारे

राजकोट – बांग्लादेश के कप्तान महमुदुल्लाह ने भारत के खिलाफ दूसरे टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में हार के लिए मध्यक्रम के बल्लेबाजों को दोष देते हुए कहा कि उनके बल्लेबाज लय बरकरार रखने में विफल रहे। भारत की स्पिन जोड़ी युजवेंद्र चहल और वाशिंगटन सुंदर ने बीच के ओवरों में रन गति पर अंकुश लगाकर बांग्लादेश को अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठाने दिया और उसकी टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट पर 153 रन ही बना पाई। महमुदुल्लाह ने मैच के बाद कहा, मुझे नहीं लगता कि हमें बहुत बदलाव की जरूरत है, लेकिन कुछ विभाग हैं, विशेषकर बल्लेबाजी में, जिनमें सुधार की जरूरत है। हम लय बरकरार नहीं रखे पाए। हमें 170 रन का स्कोर बनाना चाहिए था। हमने 12 ओवर के बाद 102-103 रन बनाए थे, इसलिए हमें 170-180 रन तक पहुंचना चाहिए था। महमुदुल्लाह ने कहा, मेरा मानना है कि अगर टी-20 में आप 40 से अधिक गेंदे खाली छोड़ते हो तो आपकी जीत की संभावना कम हो जाती है। हमने 38 गेंदों पर रन नहीं बनाए।