2020 तक दोगुनी होगी किसानों की आय

हरियाणा विधानसभा के दूसरे दिन सदन को संबोधित करते हुए बोले राज्यपाल

चंडीगढ़ – हरियाणा के राज्यपाल  सत्यदेव नारायण आर्य ने कहा कि राज्य सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अतिरिक्त, कृषि का विकास और किसानों का कल्याण राज्य सरकार की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक होगा। श्री सत्यदेव नारायण आर्य ने आयोजित 14वीं हरियाणा विधान सभा के दूसरे दिन सदन को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। इस अवसर पर बोलते हुए आर्य ने सभी की समृद्धि के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ सबका विकास’ के सिद्धांतों को अपनाने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि नवगठित सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि चूंकि हरियाणा के कर्मठ किसान इस समय रबी की बिजाई में लगे हैं, इसलिए सरकार ने अच्छी किस्म के बीजों और उर्वरकों समेत समुचित मात्रा में कृषि उत्पादक सामग्रियों की व्यवस्था की है। उन्होंने सदन से आग्रह किया कि वे किसानों को कृषि पद्धतियां निर्धारित समय के अनुसार अपनाने के लिए प्रेरित करने में सरकार के प्रयासों में सहयोग करें। इस मौके पर राज्यपाल ने सरकार का नया विजन भी पेश किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने आलू, टमाटर, गोभी और प्याज को भी फसल भावंतर भरपाई योजना में शामिल किया गया है। पिंजौर में आधुनिक सेब मंडी, गुरुग्राम में फूलों की मंडी, सोनीपत में मसाला मंडी स्थापित करने की भी योजना बनाई है। गन्नौर में अंतरराष्ट्रीय बागवानी मंडी के विकास का काम तेजी से जारी है। वहीं किसानों को उच्च कोटि के पशु पालने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रदेश में सिंचाई के पानी को उपलब्ध करवाने के लिए सरकार के लिए तीन बड़े बांधों का निर्माण करवाना सरकार की प्राथमिकता रहेगी। इसके अलावा हांसी बुटाना नहर को जल्द शुरू करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में भी मुस्तैदी से पैरवी की जाएगी। वहीं, सरकार का शिवालिक की पहाडि़यों में भी 12 बांध बनाने का फैसला है, इसके लिए अंतर राज्य से अनुमति लेनी बाकी है।