80 करोड़ से निखारा लाखों युवाओं का हुनर

थुनाग – प्रदेश में कौशल विकास भत्ता योजना के तहत बीते करीब दो साल में प्रदेश के 1.33 लाख युवाओं के हुनर को निखारने पर करीब 80 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। कौशल विकास भत्ता योजना के तहत पिछले वित्त वर्ष में प्रदेश के 80566 पात्र अभ्यर्थियों को 56.78 करोड़ रुपए भत्ते के तौर पर प्रदान किए गए। इस वित वर्ष में अब तक 53107 अभ्यर्थियों को 22.94 करोड़ के भत्ते प्रदान किए जा चुके हैं। यह बात उद्योग, श्रम एवं रोजगार व तकनीकी शिक्षा मंत्री विक्रम सिंह ने कहा मंडी जिला के थुनाग में आयोजित जिलास्तरीय रोजगार मेले के शुभारंभ पर कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी भत्ता योजना के तहत बीते करीब दो साल में 72 हजार युवाओं को करीब 50 करोड़ रुपए बेरोजगारी भत्ते के तौर पर प्रदान किए जा चुके हैं। इनमें गत वर्ष 31012 पात्र अभ्यार्थियों को 28.42 करोड़, जबकि इस वित्त वर्ष में 40899 अभ्यार्थियों को करीब 21 करोड़ रुपए बेरोजगारी भत्ते के तौर पर प्रदान किए गए हैं। केंद्र सरकार तथा एशियन विकास बैंक की सहायता से प्रदेश में जिला स्तर के रोजगार कार्यालयों को क्रमबद्ध ढंग से आदर्श आजीविका केंद्रों में बदला जा रहा है। वर्तमान में शिमला तथा ऊना के लिए दो आजीविका केंद्र भारत सरकार द्वारा अनुमोदित किए गए हैं। मंडी में मॉडल करियर सेंटर के भवन निर्माण के लिए औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। भूमि का चयन कर लोक निर्माण विभाग को सौंप दी गई है। प्रदेश सरकार अन्य 10 जिला रोजगार कार्यालयों और उपरोजगार कार्यालय बद्दी को भी चरणबद्ध तरीके से आदर्श आजीविका केंद्र में परिवर्तित करने के लिए प्रयासरत है। जिला स्तर पर नौ यंग प्रोफेशनल व दो करियर काउंसलर भी नियुक्त किए गए हैं। श्रम एवं रोजगार विभाग द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं का रोजगार, कौशल विकास व व्यवसायिक मार्ग दर्शन किया जा रहा है। दिसंबर 2018 से अब तक 201 कार्यक्रमों व मार्गदर्शन शिविरों का आयोजन कर 28776 युवाओं को लाभ पहुंचाया गया है।