अब अफगानी प्याज का तड़का लगाएगा सोलन

जिला में पहुंची टर्किश किस्म की फसल; देशी प्याज से सस्ता, 80 रुपए प्रतिकिलो भाव

सोलन-शहरवासी अब विदेशी प्याज का तड़का लगा सकेंगे। दरअसल, सब्जी मंडी सोलन में अफगानिस्तान के प्याज की खेप पहुंची है। यह पहला मौका है, जब विदेशी प्याज सोलन मंडी पहुंचा है। बताया जा रहा कि देशी प्याज की कमी के कारण पंजाब एवं अन्य राज्यों के व्यापारियों ने विदेशों से प्याज का आयात किया है। अब सोलन में यह खेप अफगानिस्तान से अमृतसर और वहां से सोलन पहुंची है। आकार में बड़ा यह प्याज हालांकि आकर्षण का केंद्र तो बना हुआ है, लेकिन मार्केट में कितना पसंद किया जाएगा, इसका पता आगामी दिनों में चल सकेगा। टर्किश किस्म का यह प्याज देखने में भी भारतीय प्याज से अलग है। विशेष बात यह है किसी भी प्याज का वजन 100 ग्राम से कम नहीं है। मंडी में इसकी कीमत 80 रुपए प्रति किलो है, जबकि भारत में पैदा होने वाले प्याज की कीमत 85 रुपए प्रतिकिलो है। दूसरी ओर अफगानिस्तान से पहुंचे प्याज पर लोगों की भी भिन्न-भिन्न राय है। सब्जी मंडी स्थित शॉप नंबर 15 में काम करने वाले रवि कहते हैं कि अफगानिस्तान से मंगवाए गए प्याज की खासियत यह है कि यह काफी सख्त और सूखा हुआ होता है। इस कारण यह ज्यादा दिनों तक सड़ता नहीं। मंडी में अब हरियाणा से भी प्याज आना शुरू हो गया है। इस कारण आगामी दिनों में प्याज की कीमतों में कमी देखी जा सकती है। दूसरी ओर आढ़ती एसोसिएशन सब्जी मंडी सोलन के प्रधान विजय सूद का कहना है कि अफगानिस्तान से पहुंचे प्याज का आकार काफी बड़ा है। इसलिए इसे  लोग ज्यादा पसंद नहीं कर रहे हैं। उनका मानना है कि प्याज की कीमतों में आगामी दिनों में कम होने के आसार नहीं है।

सलाद से भी प्याज गायब

बीते दो माह से प्याज की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। आलम यह है कि अब प्याज की कीमतें आम आदमी की पहुंच से दूर हो गई हैं। गुरुवार की बात करें तो सोलन बाजार में प्याज 100 रुपए प्रतिकिलो के आसपास पहुंच गया है। यही नहीं, अधिकतर दुकानदारों ने तो दुकानों में प्याज रखना ही बंद कर दिया है। बढ़ती कीमतों के चलते अब होटलों एवं ढाबों में भी प्याज सलाद से गायब होना शुरू हो गया है।