एक था नाम टीएन शेषन

-नागेंद्र गौतम, सुंदरनगर

चुनाव सुधार प्रणाली हो या नौकरशाही को दुरुस्त करने की बात हो, टीएन शेषन को हमेशा याद किया जाएगा। शेषन ने चुनाव संबंधी परिस्थितियों को सुधारने में अहम रोल निभाया। उन्होंने कभी नेताओं के सामने अपने घुटने नहीं टेके, यही कारण है कि वह अपने फैसलों की वजह से देशभर में छाए रहे। मैं प्रो. एनके सिंह अंतरराष्ट्रीय प्रबंधक जी का विशेष रूप से आभार प्रकट करना चाहता हूं कि उन्होंने टीएन शेषन के साथ बिताए कुछ पलों को जनता के साथ साझा किया। टीएन शेषन की अंतिम यात्रा में सिर्फ 12 लोग शामिल थे जो बेहद शर्मनाक था।