खाली कुर्सियां भरने के लिए मास्टर प्लान

वरिष्ठों को साथ रख संगठन में समन्वय बनाकर पार्टी को युवा बनाने की तैयारी में भाजपा

धर्मशाला    –  भाजपा में संगठनात्मक चुनावों के साथ-साथ मंत्रिमंडल में फेरबदल और बोर्डों, निगमों में खाली पड़े पद भरने के लिए मास्टर प्लान बन रहा है।   सरकार व संगठन में समन्वय बनाकर पार्टी को युवा बनाने की योजना पर भाजपा काम कर रही है। यही कारण है कि बीजेपी ने प्रदेश के अधिकतर जिलों में युवा जिला अध्यक्ष बनाए हैं। बीजेपी अब नए प्रदेशाध्यक्ष का जिम्मा भी किसी ऊर्जावान एवं सबको साथ लेकर चलने वाले नेता को सौंपना चाह रही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने मंत्रिमंडल विस्तार को भी फिलहाल टाल दिया है, जिससे पार्टी के भीतर किसी तरह का रोष न पनपे। भाजपा कुछ नेताओं को सरकार, तो कुछ को पार्टी में स्थान देकर दोहरी ऊर्जा से खड़ा होना चाह रही है। हिमाचल भाजपा में नेतृत्व परिवर्तन के बाद बदले समीकरणों के बीच अब पार्टी में नयापन लाने की दिशा में काम चल रहा है, लेकिन पुराने एवं वरिष्ठ नेता विद्रोह का बिगुल बजाने के बजाय पार्टी के साथ जुड़े रहें, इसके लिए भी योजना की जा रही है। हिमाचल के नेताओं का केंद्र की राजनीति में दखल और प्रभाव पहले से बढ़ा है, ऐसे में वरिष्ठ नेताओं के साथ भी समन्वय बना रहे और भविष्य में कोई बड़ा विवाद खड़ा न हो, ये सब देखते हुए ही ओहदे दिए जाएंगे। इसके अलावा किसी जाति, वर्ग या क्षेत्र का मुद्दा न गहराए, इसके लिए भी जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधते हुए काम किया जा रहा है। यही वजह है कि जयराम सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार भी बार-बार लटक रहा है। भाजपा हालत को सामान्य बनाने के लिए एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत को भी लागू करते हुए अपने अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं व नेताओं को एडजस्ट करने के चक्कर में है, जिससे एक तीर से कई निशाने हो सकें। हिमाचल भाजपा में पिछले कुछ समय से तलवारें खींचने लगी थी, लेकिन हालात भांपते हुए केंद्र ने भी अलर्ट जारी कर दिया था। कुल मिलाकर अब भाजपा सबको साथ लेकर हर कदम फूंक-फूंक कर ही रख रही है।

पुरानों से किनारा कर कई जगह नुकसान

बीजेपी कई राज्यों में युवा होने के चक्कर में पुराने एवं स्थापित नेताओं को किनारा कर नुकसान झेल रही है। ऐसे में बीजेपी हाइकमान अब भविष्य के लिए सबक लेते हुए ऐसा भी कोई काम नहीं करना चाह रही है, जिससे पार्टी को नुकसान उठाना पड़े। महाराष्ट्र की घटना से भी भाजपा हाइकमान सबक लेकर अन्य राज्यों में स्थापित नेताओं से पंगा लेकर उन्हें अशांत करने के बजाय मार्गदर्शक बनाकर काम लेने के चक्कर में है।