इससे पहले राज्यपाल धनखड़ ने एक ट्वीट में लिखा था, ‘5 दिसंबर को सुबह 10.30 बजे मैं विधानसभा जाऊंगा. इसकी जानकारी स्पीकर और विधानसभा के सचिव को दी गई है. मैं ऐतिहासिक इमारत को देखना चाहता हूं और लाइब्रेरी भी जाना चाहता हूं.’ हालांकि ऐन मौके पर विधानसभा को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया जिस कारण वे दूसरे गेट से विधान भवन में दाखिल हो सके. इस पर राज्यपाल ने कहा, ‘यह अपमान है और एक साजिश की ओर इशारा करता है.’