बिलासपुर में सिंथेटिक ट्रैक बनकर तैयार

ट्रैक का काम पूरा; नए साल में उद्घाटन का प्लान, एकसाथ हो सकता है 12 खेलों का आयोजन

बिलासपुर-हिमाचल में खेल हब के नाम से ख्याति प्राप्त बिलासपुर अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाएगा। बिलासपुर की गोबिंदसागर झील के किनारे सिंथेटिक एथलेटिक इंटरनेशनल ट्रैक बनकर तैयार हो गया है। लगभग नौ करोड़ की लागत से निर्मित सिंथेटिक ट्रैक का कार्य पूरा हो चुका है। जल्द ही इसे खेल विभाग के हैंडओवर किया जाएगा। दिसंबर अंत या फिर नए साल में इसका उद्घाटन करवाए जाने की योजना है। खास बात यह है कि जर्मन व मॉरिशस तकनीक आधारित इस तरह का सिंथेटिक ट्रैक देश में कहीं भी नहीं है। इसकी खासियत यह है कि ट्रैक पर 12 खेलों का आयोजन एकसाथ करवाया जा सकेगा। जानकारी के मुताबिक, इस ट्रैक का निर्माण भारत सरकार की ओर से अधिकृत हिंदुस्तान स्टील वर्कर्ज कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी द्वारा किया गया है। करीब 12 महीने के अंतराल में बने इस ट्रैक में जर्मन का रबड़ प्रयोग किया गया है, जबकि इसमें जो कैमिकल लगा है, वह मॉरिशस से मंगवाया गया था। इस ट्रैक पर रनिंग, डिस्कस, जैवलिन थ्रो, वाटर जंप, पोलवोल्ट, हैंबर थ्रो, ट्रिप्पल जंप व हाई जंप इत्यादि खेलों का एकसाथ आयोजन किया जा सकता है।  उधर, साइट इंजीनियर रिजवान खान ने बताया कि सिंथेटिक ट्रैक के निर्माण कार्य को पूरा कर लिया गया है। इसे शीघ्र ही खेल विभाग को हैंडओवर करने की प्रक्रिया जारी है, जिसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा। उनका कहना है कि वह अब तक 31 सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण करवा चुके हैं, लेकिन बिलासपुर का सिंथेटिक ट्रेक अलग तरह का है। वहीं, जिला खेल अधिकारी श्याम लाल कौंडल का कहना है कि यह सिंथेटिक ट्रैक बिलासपुर के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। पहले खिलाड़ी साधारण ट्रैक पर दौड़ते थे, लेकिन अब इस ट्रैक के बनने के बाद खिलाड़ी इंटरनेशनल ट्रैक पर दौड़ेंगे।