बीजेपी को ले डूबी फडणवीस की टिप्पणियां और सत्ता पाने की जल्दबाजीः संजय राउत

मुंबई – महाराष्ट्र में ठाकरे राज के साथ ही देश की राजनीति नई करवट लेती दिख रही है। चौंकाने वाले सियासी उठापटक के बाद उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री की कमान संभाल ली है। फ्लोर टेस्ट में बहुमत (169 विधायकों का समर्थन) और स्पीकर पद पर नाना पटोले के निर्विरोध निर्वाचन के जरिए महाविकास अघाड़ी (शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी अलायंस) ने अपनी ताकत का परिचय कराया है। हालांकि, यह सवाल अब भी उठ रहा है कि आखिर चुनाव में गठबंधन के रूप में बहुमत पाने के बाद भी फडणवीस कहां चूक गए? अपनों के तीखे सवाल से जूझते फडणवीस पर एक बार फिर शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने तीखा तंज कसा है। राउत ने शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के अपने कॉलम ‘रोखठोक’ में लिखा कि फडणवीस की सत्ता हासिल करने की जल्दबाजी और बचकानी टिप्पणियां प्रदेश में बीजेपी को ले डूबीं और उन्हें विपक्ष में बैठना पड़ गया। राउत ने दावा किया कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के साथ आने से महाराष्ट्र में जो हुआ वह देश को भी स्वीकार है।

‘भीड़ तंत्र के आगे नहीं झुका महाराष्ट्र’
बिना किसी का नाम लिए बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व पर तीखा हमला करते हुए राउत ने कहा कि महाराष्ट्र, दिल्ली की तरह चल रहे ‘भीड़ तंत्र’ के आगे नहीं झुका। अहम यह है कि उद्धव ठाकरे मोदी-शाह के दबदबे को खत्म कर सत्ता में आए। राउत ने भरोसा जताया कि उद्धव सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। राउत ने कहा, ‘मुझे यह देखकर मजा आ रहा है कि जो लोग अजित पवार के फडणवीस के साथ गठजोड़ को शरद पवार की पहले से तय योजना बता रहे थे, वह अब महाविकास आघाड़ी सरकार बनने के बाद एनसीपी प्रमुख के आगे नतमस्तक हो रहे हैं।’ विधानसभा चुनाव के दौरान फडणवीस ने कहा था कि राज्य में कोई विपक्षी दल नहीं बचेगा और शरद पवार का काल खत्म हो रहा है। इसके अलावा, उन्होंने दावा किया था कि प्रकाश आंबेडकर का वंचित बहुजन आघाड़ी मुख्य विपक्षी दल होगा।