बेस्ट प्रोफेशन बताएगा ऑनलाइन पोर्टल

शिमला   – सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले लाखों छात्रों के लिए खास खबर है। अब स्कूलों में जल्द ही करियर गाइडेंस प्रोजेक्ट शुरू होने वाला है। यह प्रोजेक्ट स्कूली छात्रों को उनके प्रोफेशन के बारे में बताएगा। दरअसल, समग्र शिक्षा विभाग भारती फाउंडेशन के साथ मिलकर स्कूलों में करियर गाइडेंस प्रोजेक्ट शुरू करेगा। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से 10वीं व जमा दो के छात्रों की लिखित परीक्षा ली जाएगी। परीक्षा के दौरान छात्रों से ओएमआर सीट पर कई तरह के ऑब्जेक्टिव सवाल किए जाएंगे। इसमें रुचि मूल्याकंन, व्यक्तित्व अनुभाग, संख्यात्मक योग्यता, मौखिक योग्यता, यांत्रिक योग्यता, तार्किग योग्यता, स्थान, विषयक  योग्यता से जुड़े कई सवाल छात्रों से पूछे जाएंगे। रोचक यह है कि समग्र शिक्षा विभाग ने जिस संस्था के साथ एमओयू साइन किया है, वह संस्था प्रश्न बैंक तैयार करेंगी व स्कूली छात्रों से छोटे से छोटे व बड़े से बड़े सवाल पूछे जाएंगे। समग्र शिक्षा के साथ मिलकर एसएसए छात्रों का टेस्ट लेगा। इस टेस्ट के माध्यम से आसानी से पता लगाया जाएगा कि उन्हें किस फील्ड में रुचि है। खास बात यह है कि भारती फांउडेशन ने हिमाचल समग्र शिक्षा के साथ पहले से ही एमओयू साइन किया हुआ है।  हालांकि पहले चरण में यह एमओयू शिमला के 50 स्कूलों को कवर करने के लिए ही किया गया है। उनमें से संस्था ने 23 स्कूलों में जाकर छात्रों की लिखित परीक्षाएं भी ले ली हैं। उस में अभी तक 2000 छात्रों से कई विषयों से जुड़े सवाल किए गए हैं। एसएसए को संस्था का यह प्रोजेक्ट काफी पंसद आया है। यही वजह है कि अब समग्र शिक्षा विभाग ने अगले साल सभी स्कूलों में यह टेस्ट करवाने का फैसला लिया है और छात्रों को भी पढ़ाई के दौरान ही करियर गाइडेंस मिल सकें, इसको लेकर पूरी तैयारियां कर ली है। एसएसए ने करियर गाइडेंस को लेकर 2020 में होने वाली पैब की बैठक में भी इस मुद्दे को ले जाने की बात कही है। बता दें कि जिस संस्था के साथ समग्र शिक्षा विभाग करियर गाइडेंस को लेकर प्लानिंग बना रहा है, उन्होंने ऑनलाइन पोर्टल भी तैयार किया है। इस पोर्टल में साइकोमेट्रिक करियर असेस्मेंट की परीक्षा देने वाले छात्रों का रिकॉर्ड ऑनलाइन आ जाएगा। वहीं इस परीक्षा में छात्र वाइज यह बताया जाएगा कि कौन छात्र किस विषय में रुचि दिखा रहा है। वहीं कौन से प्रोफेशन में उनका बेहतर करियर है। इसके अलावा करियर गाइडेंस प्रोजेक्ट में छात्रों के साइकोमेट्रिक टेस्ट के बाद आकंलन में छात्रों के जो रिजल्ट आंएगे, उसके अनुसार उन्हें आगे पढ़ने के  लिए कालेज व बेहतर संस्थानों के अलावा, उन्हें नौकरी के  लिए ऑप्शन दिए जाएंगे। यह परीक्षा होने के बाद भारती फाउंडेशन के पोर्टल पर हर छात्र के नाम के साथ रिजल्ट शो होंगे। इसके साथ ही जमा दो के बाद उन्हें कौन से संस्थान या कंपनी में जाना है, यह भी बताया जाएगा।  खास यह है कि प्रश्न सॉल्व करने के बाद जब यह पता लगाया जाएगा कि छात्र को इस प्रोफेशन आगे जाकर कोई नुकसान तो नहीं झेलना पड़ेगा। इसके लिए उन्हीं के पोर्टल पर हर छात्र को उनकी रुचि के अनुसार सैलरी के बारे में भी बताया जाएगा। फिलहाल सरकारी स्कूलों में पहली बार करियर गाइडेंस प्रोजेक्ट शुरू करने का विचार हो रहा है। इसका पूरा रोडमेप समग्र शिक्षा विभाग के पास है। बताया जा रहा है कि दसवीं व जमा दो के छात्रों का आइक्यू चैक करने के लिए जो यह अलग परीक्षा होगी, यह ओएमआर सीट पर करवाई जाएंगी। वहीं छात्रों को हार्ड कॉपी प्रश्न पत्रों की दी जाएंगी। समग्र शिक्षा विभाग का दावा है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा में गुणवत्ता आए और छात्रों को जमा दो के बाद अपने करियर को लेकर कोई समस्या न आए। इस मकसद से करियर गाइडेंस प्रोजेक्ट शुरू किया है। बता दें कि सरकारी स्कूलों के छात्रों को कैरियर गाइडेंस को लेकर कोई सुविधा नहीं होते, ऐसे में गरीब तबके के छात्रों का भविष्य उतना संवर नहीं पाता जितने के वो हकदार है।