यहां पहुंचकर समझ आया स्मार्टफोन के बाहर भी है एक हसीन दुनिया।

पर्यटन नगरी डलहौजी में आयोजित ट्रैकिंग प्रोग्राम में अहमदाबाद से आए 25 प्रतिभागियों ने भाग लिया । इन्होंने लोकल गाइड सूरज के सहयोग से डलहौजी से लक्कड़मंडी होते हुए कालाटोप डैन कुंड से वापस डलहौजी तक बर्फीले रास्तों पर ट्रैकिंग का आनंद उठाया। इस दौरान उन्होंने यहाँ के सबसे ऊंचाई वाले क्षेत्र डैन कुंड के बर्फीले इलाके में पहुंचकर भारत माता की जय के जयकारे लगाए। ट्रैकिंग के दौरान प्रतिभागियों ने अपने रोचक अनुभव साझा करते हुए बताया कि यहां पहुंचकर समझ आया कि स्मार्टफोन, टीवी और लैपटॉप के बाहर भी एक दुनिया है, जो सबसे ज्यादा खूबसूरत और रोमांच से भरी है। यहां कुदरत को नजदीक से देखने का मौका मिला । शहर के पॉल्यूशन के कारण चांद-तारे भी धुंधले दिखाई देते हैं, लेकिन यहां आकर उनकी चमक को करीब से देखने का अनुभव मिला। प्रतिभागियों ने बताया कि यहां हमने मुश्किल हालातों में लड़कर आगे बढऩा सीखा। डलहौजी के इन बर्फीले ऊबड़ -खाबड़ रास्तों पर चलना किसी टास्क से कम नही था, जबकि ऐसी तमाम चुनौतियों के बावजूद हमने ट्रैकिंग का भरपूर आनन्द उठाया। ट्रेकिंग के इस ग्रुप में भाउदीप, आशीष, मिलन आदि साथ रहे। उन्होंने बताया कि यदि आप एडवेंचर के शौकीन हैं, तो आप पाएंगे कि यह आपके लिए रोमांच का एक आदर्श पड़ाव है।