येदियुरप्पा सरकार सुरक्षित

कर्नाटक उपचुनाव में बीजेपी को 12 सीटें, कांग्रेस को झटका

बंगलूर – सत्तारूढ़ भाजपा ने कर्नाटक में 15 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सोमवार को 12 सीटों पर जीत दर्ज कर राज्य विधानसभा में स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया, जबकि विपक्षी कांग्रेस ने दो और निर्दलीय ने एक सीट पर जीत हासिल की। उपचुनाव के रिजल्ट आने के साथ ही सीएम बीएस येदियुरप्पा ने राहत की सांस ली है। बीजेपी को 224 सदस्यों वाले सदन में अब स्पष्ट बहुमत हासिल हो गया है। येदियुरप्पा ने पार्टी की जीत पर खुशी जताते हुए कहा है कि अब बिना किसी समस्या के स्थायी सरकार चल सकती है। बता दें कि उपचुनाव में येदियुरप्पा को सत्ता में बने रहने के लिए हर हाल में छह सीट जीतना जरूरी था। पूर्व के चुनाव में इन 15 सीटों में से 12 सीटें जीतने वाली कांग्रेस केवल दो निर्वाचन क्षेत्रों हुनासुरु और शिवाजीनगर में ही जीत हासिल कर पाई। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के नेतृत्व वाली जदएस ने विधानसभा चुनाव के दौरान इन 15 सीटों में तीन निर्वाचन क्षेत्रों केआर पेटे, महालक्ष्मी लेआउट और होंसुर में जीत हासिल की थी। निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि उपचुनाव में भाजपा ने 15 में से 12 सीटों पर, कांग्रेस ने दो और निर्दलीय ने एक सीट पर जीत दर्ज की। होसकोटे से निर्दलीय उम्मीदवार शरथ बच्चेगौड़ा ने जीत हासिल की। जीत हासिल करने वाले भाजपा के 12 उम्मीदवारों में अरबैल शिवराम हेब्बार (येल्लापुर), नारायण गौड़ा (केआर पेटे), बीसी पाटिल (हीरेकेरूर), श्रीमंत पाटिल (कगवाड), महेश कुमथल्ली (अथानी), के सुधाकर (चिकबल्लापुर), के गोपालैया (महालक्ष्मी ले आउट), आनंद सिंह (विजयनगर), रमेश जारकिहोली (गोकक) और अरुण कुमार गुट्टूर (राणेबेन्नूर), एसटी सोमशेखर (यशवंतपुर) और बेराठी बसवराज (केआर पुरम) हैं. राज्य की 225 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए भाजपा को 15 सीटों में कम से कम छह सीटों पर जीत की जरूरत थी। दो सीटें मास्की और आरके नगर अभी भी रिक्त है।

कांग्रेस को जनता ने सिखाया सबक : कर्नाटक उपचुनाव में जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस ने पिछले दरवाजे से कर्नाटक में जनादेश चुराया था, अब जनता ने उसे सबक सीखा दिया है। कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने कर्नाटक में जनादेश का उल्लंघन किया था, उसकी पीठ में छुरा घोंपा था। पीएम यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते थे कि दक्षिण भारत में भाजपा का प्रभाव सीमित है, लेकिन कर्नाटक के लोगों ने उपचुनाव में लोकतांत्रिक तरीके से उन्हें हराकर सजा दे दी है।

अब 117 विधायकों के साथ स्पष्ट बहुमत  : येदियुरप्पा को सरकार बचाने के लिए कम से कम छह सीटों पर जीत जरूरी थी, जो कि बीजेपी के खाते में आ चुकी हैं। 12 सीटों पर जीत के साथ ही सदन में बीजेपी को 117 विधायकों के समर्थन के साथ स्पष्ट बहुमत हासिल हो जाएगा। बीजेपी को एक निर्दलीय का समर्थन भी प्राप्त है। वहीं, विपक्षी दलों के लिए नतीजे बड़ा झटका हैं। कर्नाटक में 224 सीटों वाली विधानसभा में अब कांग्रेस के 68 और जेडीएस के 34 एमएलए हैं। इसके अलावा एक बीएसपी एमएलए भी है।

हार के बाद सिद्धारमैया का इस्तीफा

बंगलूर – कर्नाटक उपचुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है। कर्नाटक में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन के बाद सिद्धारमैया ने नेता विपक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। सिद्धारमैया ने कांग्रेस विधायक दल के नेता से इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दिया है। वहीं, सिद्धारमैया के बाद दिनेश गुंडू राव ने पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया।