श्री गडकरी ने कहा कि दुर्घटना संभावित स्थानों की पहचान करने के लिए करीब 14 हजार करोड़ की योजना बनायी गयी है। इसके तहत सभी दुर्घटना संभावित स्थानों की पहचान करके उसका निदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि डिजाइन में खामी के कारण होने वाली दुर्घटनाओं के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने वाले अधिकारियों को भी जिम्मेदार ठहराया जाएगा। डीपीआर तैयार करने में अब विश्वस्तरीय तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि दुर्घटना संभावित स्थानों को कम किया जा सके।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश के विभिन्न टोल प्लाजा पर फिलहाल 448 एंबुलेंस तैनात की गयी हैं। सभी राज्यों की ओर से एंबुलेंस की मांग की जाती है लेकिन अधिक दुर्घटना वाले राजमार्गों के हिसाब से एंबुलेंस का वितरण किया गया है। सरकार दुर्घटनाओं को कम से कम करने के लिए सभी उपायों पर विचार कर रही है।