शिवसेना ने कहा, ‘मोदी अब प्रधानमंत्री हैं और देश की अर्थव्यवस्था धराशायी हो गई है. बेहोश व्यक्ति को प्याज सुंघाकर होश में लाया जाता है, लेकिन अब बाजार से प्याज ही गायब हो गया है. इसलिए यह भी संभव नहीं है. उस पर देश की अर्थव्यवस्था का जो सर्वनाश हो रहा है उसके लिए पंडित नेहरू तथा इंदिरा गांधी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है. निर्मला सीतारामण देश की वित्त मंत्री हैं, परंतु अर्थनीति में उनका योगदान क्या है?’
मौजूदा सरकार विशेषज्ञों की सुनने की मन:स्थिति में नहीं है और देश की अर्थव्यवस्था अर्थात उनकी नजर में शेयर बाजार का ‘सट्टा’ हो गया है. निर्मला सीतारामण देश की वित्तमंत्री हैं, परंतु अर्थनीति में उनका योगदान क्या है? ‘मैं प्याज नहीं खाती, तुम भी मत खाओ’ यह उनका ज्ञान है. शासकों को अपनी मुट्ठी में रहने वाले वित्तमंत्री, रिजर्व बैंक के गवर्नर, वित्त सचिव, नीति आयोग के अध्यक्ष चाहिए, और यही अर्थव्यवस्था की बीमारी की जड़ है.