सरकारी कालेजों में होगी छापामारी

संस्थानों की ग्रेडिंग में सुधार लाने के लिए प्री-नैक दौरे करवाएगा महकमा

शिमला – नए साल में अब राज्य के सरकारी कालेजों में शिक्षा विभाग के अधिकारी दबिश देंगे। यह दबिश प्री-नैक से जुड़ी होगी। दरअसल प्रदेश सरकार के आदेशों के बाद अब कालेजों को बेहतर ग्रेड दिलाने का कार्य शिक्षा विभाग ने शुरू कर दिया है। इसमें कालेजों में अब प्री-नैक के जरिए शिक्षा विभाग के अधिकारी छापा मारेंगे। प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग पहली बार यह तरकीब अपनाने जा रहा है। जानकारी मिली है कि शिक्षा विभाग के वरिष्ठ शिक्षाविद नैक दौरे से एक माह पहले कालेजों में छापा मारेंगे। इस दौरान नैक दौरे की तरह कालेजों में जाकर हर सुरक्षा व्यवस्था को जांचा जाएगा, वहीं कालेजों में सुविधाओं को आंकने के बाद कालेजों को ग्रेडिंग भी दी जाएगी। ग्रेडिंग के माध्यम से कालेजों को उनकी कमियां व उनमें सुधार करने के बारे में टिप्स दिए जाएंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग जल्द शिक्षाविदों की टीम गठित करेगा। अहम यह है कि शिक्षा विभाग प्री-नैक की जो टीम गठित करेगा, उसमें वे अधिकारी शामिल होंगे, जो पहले भी नैक के निरीक्षण के दौरान कालेजों में जा चुके हैं। बता दें कि शिक्षकों को स्मार्ट कक्षाओं में पढ़ाने के तरीके और बेहतर लर्निंग आउटकम्स के के बारे में भी बताया जाएगा। प्री-नैक के जरिए कालेजों को इन्फ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने के बारे में भी प्रशिक्षण किया जाएगा। गौर हो कि हिमाचल प्रदेश में उच्च शिक्षा का सुधार करने के लिए एमएचआरडी से रूसा ग्रांट लेना कालेजों के लिए अहम है। अगर कालेज ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो ऐसे में उनकी ग्रांट रुक जाएगी। एमएचआरडी ने सख्ती से कालेजों पर यह नियम लागू किया है कि रूसा बजट के लिए ए और बी ग्रेड लेना जरूरी है। ए-ग्रेड लेने वाले कालेजों को रूसा के तहत चार करोड़ की पूरी ग्रांट दी जाएगी, वहीं जिन कालेजों को बी-ग्रेड मिलेगी, उन्हें मात्र दो करोड़ का ही बजट दिया जाएगा। बता दें कि वर्ष 2020 में भी छह कालेजों को रूसा का बजट नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा 28 से 30 कालेज ऐसे हैं, जिन्हें नैक से आधा बजट अगले वर्ष मिलेगा। हिमाचल में रूसा के पूरे बजट के लिए केवल चार कालेज ही मान्य हैं। हर साल हिमाचल में कालेजों की गिरती जा रही ग्रेडिंग को देखते हुए ही शिक्षा विभाग ने यह फैसला लिया है कि नैक निरीक्षण के माह पहले ही शिक्षा विभाग की टीम कालेजों में जाएगी।  हालांकि शिक्षा विभाग ने उन कालेजों को नैक अप्लाई करने के निर्देश दिए हैं, जो सालों से नैक अप्लाई करने को लेकर आनाकानी कर रहे हैं। शिक्षा विभाग ने दोटूक कहा है कि अब नैक को लेकर गंभीर न होने वाले कालेज प्रबंधन को नोटिस भी जारी किए जाएंगे।

टीम संग दूसरे कालेजों में जाएंगे सभी प्रिंसीपल

हर कालेज के प्रिंसीपल को टीम के साथ दूसरे कालेजों में प्री-नैक दौरे के लिए भेजा जाएगा। इसके बाद प्रधानाचार्यों को शिक्षा विभाग को बताना होगा कि नैक दौरे के दौरान बेहतर अंक लेने के लिए उन्होंने क्या सीखा। यह सारी जानकारी प्रधानाचार्यों को लिखित में निदेशालय भेजनी होगी।

डीएम के 1564, पीईटी के 1664 पद खाली

धर्मशाला – हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में रिक्त पदों को भरने के लिए सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन राज्य में 1564 ड्राइंग मास्टर और 1663 शारीरिक शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हुए हैं। राजकीय सी एंड वी अध्यापक संघ ने सरकार द्वारा शिक्षकों की बंपर भर्ती किए जाने पर प्रदेश सरकार को निर्णय को सराहा है, लेकिन कला व शारीरिक शिक्षकों के पद न भरने पर कड़ा रोष व्यक्त किया है। संघ के अध्यक्ष चमन लाल शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा एक वर्ष से इन पदों को भरने के लिए केवल आश्वासन ही मिलता रहा है, जबकि कला अध्यापकों के वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में 445 पद, हाई स्कूलों में 236 पद तथा मिडल स्कूलों में 883 पद रिक्त हैं, जबकि शारीरिक शिक्षकों के वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में 567 पद, हाई स्कूलों में 152 पद तथा मिडल स्कूलों में 944 पद रिक्त पड़े हैं। प्रदेशाध्यक्ष चमन लाल शर्मा ने कहा कि कला अध्यापकों के 681 पद तथा शारीरिक शिक्षकों के 719 पद तो आरटीई के दायरे में भी नहीं आते तो इन्हें क्यों नहीं भरा जा रहा है। ये पद तो वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों तथा उच्च पाठशालाओं में खाली पड़े हैं। उन्होंने सीएम से मांग की है कि इन पदों कोे भरने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए। उन्होंने मांग उठाई है कि इन पदों को भरने के लिए कम से कम 600 पदों को स्वीकृत करें।