सोलन को रास नहीं आया अफगानी प्याज

सोलन – प्याज की बढ़ती कीमतों को कम करने के लिए अफगानिस्तान से मंगवाए गए स्पेशल प्याज कुछ खास जलबा नहीं दिखा पाए। आलम यह है कि अफगानी प्याज को ज्यादातर लोग पसंद ही नहीं कर रहे हैं। इस कारण अपेक्षा के अनुसार अफगानी प्याज मार्केट में अपनी धाक नहीं जमा पाया। इसका मुख्य कारण प्याज का आकार बढ़ा होना बताया जा रहा है। टर्किश किस्म के इस प्याज का आकार इतना बड़ा है कि अधिकतर प्याज का वजन 200 ग्राम से लेकर 600 ग्राम तक है। हां, अभी तक जितना भी यह प्याज बिका है, वह व्यवसायिक परिष्ठानों में ही बिका है और आम लोगों ने इसे पूरी तरह से नकार दिया है और भारतीय जमीन पर उगाए गए प्याज ही लोगों की पहली पसंद बनी रही। दूसरी ओर बुधवार को सोलन के सब्जी मंडी में प्याज की खेप नहीं पहुंची। कहा जा रहा है कि मंडी में प्याज की डिमांड बहुत कम रह गई है। इस कारण आढ़तियों ने भी प्याज मंगवाना बंद कर दिया है। खास बात यह कि बीते कुछ दिनों की अपेक्षा सोलन में प्याज की कीमतों में काफी कमी देखी गई है। बीते दिनों जहां प्याज 100 रुपए से 120 रुपए प्रतिकिलो तक बिका, जबकि बुधवार को बाजार में 80 से 85 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से प्याज बिका। उधर, मंडी समिति के सचिव डा. रविंद्र शर्मा ने कहा कि बुधवार को मंडी में प्याज नहीं आया है। प्याज की जमाखोरी रोकने के लिए मंडी समिति की टीम रात तीन बजे से तैनात रहती है। प्याज की कीमतों में कुछ कमी आई है। इससे लोगों ने राहत की सांस ली है।