हिमाचल में 1161 को मिला सहारा

आर्थिक रूप से कमजोर और गंभीर रोगों से पीडि़तों को राहत

शिमला – प्रदेश के 1161 प्रभावितों को हिमाचल में सहारा मिला है। प्रदेश स्वास्थ्य विभाग ने यह आंकड़ा जारी किया है। जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, जो कुछ निर्दिष्ट रोगों से पीडि़त हैं, उनको स्वास्थ्य सुरक्षा व वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा चलाई गई सहारा योजना के तहत प्रदेशवासी रोगियों को पंजीकृत करवा रहे हैं। इसका उद्देश्य लंबी अवधि तक उपचार के दौरान रोगियों व उनके परिचरों को आने वाली वित्तीय और समस्याओं से निजात दिलाना है। निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं डा. अजय कुमार गुप्ता ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत वर्तमान समय में 1261 लाभार्थियों को 2000 रुपए प्रति माह पेंशन दी जा रही है, जिसके लिए कुल 53 लाख 73 हजार रुपए आबंटित कर दिए गए हैं। यह वित्तीय सहायता लाभार्थी के सीधे खाते में जमा होती है। पार्किसन्स रोग, कैंसर रोग, मस्कूलर डिस्ट्रोफी, हिमोफिलिया, थैलेसिमिया, गुर्दे की विफलता व कई रोग जो स्थायी रूप से किसी रोगी को अक्षम करता हो, इस योजना के तहत आए हैं। बताया जा रहा है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, जो कि एकल परिवार में रहते हैं, मासिक दो हजार रुपए वित्तीय सहायता प्राप्त करने के पात्र होंगे। डा. गुप्ता ने इस योजना के लाभार्थियों से आह्वान किया है कि वे निर्धारित प्रपत्र के साथ अपनी बीमारी के दस्तावेज स्थायी निवासी प्रमाणपत्र, फोटो पहचान पत्र, बीपीएल प्रमाणपत्र, आय प्रमाणपत्र, बैंक खाते की पूर्ण जानकारी व जीवन प्रमाणपत्र संलग्न कर अपने क्षेत्र की आशा कार्यकता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, खंड चिकित्सा अधिकारी अथवा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से संपर्क करें। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत सरकारी एवं पेंशनभोगी व्यक्ति, जो चिकित्सा प्रतिपूर्ति का लाभ उठाते हैं, इस योजना के पात्र नहीं होंगे।