18 घंटे बाद ढूंढा अगवा बच्चा

कैथल बाल उपवन से अज्ञात युवक ने एक साल के मासूम का किया था अपहरण, मां ने पुलिस से खुश

कैथल –श्रीसनातन धर्म मंदिर कैथल के बाल उपवन आश्रम से अज्ञात युवक द्वारा करीब एक वर्ष छह माह के मासुम बच्चे को अपह्त करने के मामले में थाना शहर पुलिस द्वारा की गई मुस्तैद कार्रवाई दौरान क्वालिटी चौंक कैथल से आरोपी को काबू कर लिया गया, जिसके कब्जे से अपह्त मासुम को सकुशल बरामद कर लिया गया, जिसे मेडिकल जांच उपरांत नियमानुसार कार्रवाई तहत उसके परिजनों के सुपूर्द कर दिया गया। अपह्त बच्चे की माता दो वक्त की रोटी जुटाने के लिए बाल उपवन आश्रम में बतौर कुक कार्य करती है, जो कैथल पुलिस के कार्य की निरंतर मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए नहीं थक रही थी। गिरफ्तार किए गए आरोपी की करीब ढाई वर्ष पूर्व शादी हुई थी, जो अभी तक पिता नहीं बन सका, जो 5 नवंबर को इसी आश्रम में बच्चा गोद लेने की मंशा से आया था, परंतु बच्चा गोद लेने की लंबी प्रक्रिया की जानकारी मिलने उपरांत उसने दो दिन बाद सात दिसंबर की शाम को बाल उपवन से बच्चे का अपहरण करके बाईक पर फरार हो गया। मासूम के अपहरण की वारदात के करीब 18 घंटे मध्य सुलझाए जाने पर श्रीसनातन धर्म सभा, वृद्ध एवं बाल उपवन आश्रम कैथल द्वारा आठ दिसंबर को  मंदिर में पुलिस अधीक्षक विरेंद्र विज व थाना प्रबंधक शहर इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार को सराहनीय कार्य के लिए विशेश सम्मान देते हुए फूलमालाए पहना कर स्वागत किया गया। पुलिस अधीक्षक विरेंद्र विज द्वारा उक्त प्रकरण में मिडिया द्वारा दिए गये सहयोग की प्रसंशा करते हुए कहा कि वारयल हुई आरोपी व अपहत बच्चे की फोटो देखकर तथा सुबह समाचार पत्रों में फोटो सहित प्रकाशित समाचार देखाकर आरोपी का मनोबल टुट गया, जो पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने की नीयत से शहर की तरफ आ रहा था, जिसे शहर पुलिस द्वारा कमेटी चौंक पर काबु करके गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी युवक की पहचान विकाश निवासी डोहर के रूप मं हुई, जो हाल बलराज नगर कैथल के किराया कमरा में रह रहा है। युवक के कब्जे से अबोध बच्चे को बरामद कर वारदात में प्रयुक्त की गई मोटरसाइकिल जब्त कर ली गई। आरोपी से पूछताछ की जा रही है, तथा आरोपी सोमवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।

आरोपी व बच्चे की वायरल फोटो से मिली मदद 

थाना प्रबंधक शहर इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार द्वारा एसपी विरेंद्र विज के मार्गदर्शन में की गई जांच के दौरान सजगता का परिचय देते हुए अपह्त बच्चे व आरोपी की फोटो तथा विडियों सोशल मिडिया पर डाल दी गई, जो चंद मिंटों मध्य ही विभिन्न गु्रपों में वायरल हो गई। पुलिस द्वारा कई टीमों का गठन करके विभिन्न ठिकानों पर दबिश देने के अतिरिक्त जिला व आसपास क्षेत्र की पुलिस सतर्क कर दी गई।