अब ये कैरी बैग भी बंद हो जाएंगे

नॉन वूवन बैग्स मेंपॉलीप्रोपलेन की आ रही शिकायतें

शिमला  – पर्वरण से खिलवाड़ करने वाले अब नॉन वूवन कैरी बैग्स पर भी हिमाचल में रोक लग सकती है। प्रदेश सरकार इन बैग्स को बैन करने को लेकर जल्द ही फैसला लेने वाली है। प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और पर्यावरण विभाग की इस बाबत एक  अहम बैठक आयोजित हुई है, जिसमें बाजार से नॉन वूवन कैरी बैग्स के  सैंपल जांचने क निर्देश जारी किए जा रहे हैं। सूचना है कि इस विषय को लेकर बुधवार को संबंधित विभागों के अधिकारियों के  साथ इस विषय पर चर्चा हुई है, जिसमें अधिकारियों ने प्रस्तुत किया है कि यह बैग पर्यावरण को लेकर कतई सही नहीं हैं। शिकायत सामने आ रही है कि इस सैंपल्स में पॉलीप्रोपलेन मिला है। यह एक कार्बनिक यौगिक है, जो अकसर प्लास्टिक के पतले बरतनों में भी देखा जाता है, जो वातारण को बहुत ज्यादा प्रदूषित कर करता है। लिहाजा इस मामले पर संबंधित विभाग और बोर्ड ने बेहद गंभीरता जाहिर की है। जानकारी है कि पहले भी संबंधित लिफाफों के सैंपल लिए गए थे, जो ठीक नहीं आ रहे थे। नतीजनत अब वूवन कैरी बैग्स के दोबारा सैंपल्ज लेकर इसकी रिपोर्ट को प्रदेश सरकार के समक्ष भी सौंपा जाना तय किया जा रहा है। इसमें अभी यह सामने आया है कि यह नॉन बायोडीग्रेबल के दायरे में नहीं है। यही नहीं, यह बैग वैसा ही हानिकारक प्रभाव दे रहा है, जिस तरह पॉलीथिन का दुष्प्रभाव वातावरण पर पड़ता है। यह जलाने पर भी बेहद हानिकारक है। बताया जा रहा है कि दोबारा से सैंपल्स की रिपोर्ट आने के बाद प्रदेश सरकार को फाइल सौंप दी जाएगी, जिसके बाद इस बैग्स को बैन करने का फैसला ले लिया जाएगा। इस विषय पर गौर करें इन बैग्स को बैन करने क ो लेकर नॉन बायोडीग्रेबल गारबेज कंट्रोल एक्ट के तहत आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। गौर हो कि पर्यावरण सुधार को लेकर हिमाचल काफी अहम कदम उठा चुका है, जिसमें पीसीबी और पर्यावरण विभाग का अच्छा प्रदर्शन रहा है, जिसमें हिमाचल सरकार का भी प्लास्टिक बैन काफी अहम फैसला रहा है।

प्रदेश मेें धड़ल्ले से हो रहा इस्तेमाल

बाजार में धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहे इन बैग्स को बैन क रने पर बड़ा झटका लोगों और दुकानदारों को लग सकता है। ऐसा इसलिए भी है, क्योंकि प्लास्टिक के लिफाफों के इस्तेमाल पर रोक के बाद बाजारों में सामान को लेने के लिए नॉन वोवेन कैरी बैग्स का इस्तेमाल ही हो रहा है।