इस्लामाबाद – अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टेरर फंडिंग और मनी लांड्रिंग की निगरानी और उस पर अंकुश लगाने वाली संस्था फायनांशियल ऐक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बीजिंग में होने वाली बैठक से पहले पाकिस्तान बेचैन है। अब उसने अमरीका से गुहार लगाई है कि वह उसे एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर निकालने में मदद करे। इस्लामाबाद इसलिए इतना बेचैन है, क्योंकि अगर अप्रैल तक वह एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से नहीं निकल पाया तो वह ब्लैकलिस्ट हो सकता है। बीजिंग में होने वाली एफएटीएफ की बैठक में टेरर फंडिंग और मनी लांड्रिंग पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए पाकिस्तान की तरफ से उठाए गए कदमों की समीक्षा होगी। एफएटीएफ वर्किंग ग्रुप के साथ तीन दिनों तक आमने-सामने की बातचीत के लिए पाकिस्तान का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को ही बीजिंग पहुंच चुका है।