जैदी पर महिला आईपीएस के खुलासे से मचा हड़कंप

सूरज लॉकअप मर्डर प्रकरण

धर्मशाला     –  आईपीएस अधिकारी सौम्या सांबशिवन द्वारा आईजी जहूर जैदी पर कोटखाई बिटिया रेप व मर्डर से जुडे़ सूरज हत्याकांड मामले में मानसिक रूप से प्रताडि़त करने के आरोपों के बाद पहाड़ के सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया है। प्रदेश सरकार भी वरिष्ठ अधिकारियों के इस रवैये से हैरत में है। प्रदेश में जिनके कांधों पर लॉ एंड आर्डर मेंटेन करने का जिम्मा है, वही अपने काम को लेकर स्वतंत्र नहीं तो अन्य विभागों में क्या हश्र होगा, ये सवाल भी उठने लगे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ऐसे अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करेगी, जो बिटिया दुष्कर्म केस के गवाहों पर दबाव डालने की कोशिश कर रहे हैं। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने चंडीगढ़ में सीबीआई अदालत में खुलासा करने के एक दिन बाद कहा कि बिटिया दुष्कर्म मामले में अपने बयानों को बदलने के लिए उन पर दबाव डाला जा रहा है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गुरुवार को इस पूरे मामले पर कांगड़ा प्रवास के दौरान कहा कि यह मामला बहुत ही गंभीर है। वह इस पर कड़ी कार्रवाई करेंगे। बुधवार को चंडीगढ़ में सीबीआई अदालत में आईपीएस अधिकारी सौम्या सांबशिवन ने खुलासा किया था कि वह अदालत में अपना बयान बदलने के लिए आईजी रैंक के अधिकारी जहूर जैदी के दबाव में थी। सौम्या सांबशिवन बिटिया दुष्कर्म मामले के दौरान एसपी शिमला थीं। अब वह मामले में सीबीआई की गवाह हैं। उन्होंने सीबीआई के समक्ष यह भी खुलासा किया था कि वह सूरज के शव को छोड़ने के लिए आईजी जहूर जैदी के दबाव में थीं। जयराम ठाकुर ने गुरुवार देर शाम इस मामले की गंभीरता को देखते हुए शिमला में उच्च अधिकारियों से इस संबंध में एक बैठक भी की। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में कहा कि वह आश्वस्त कर सकते हैं कि बिटिया मामले में गवाहों या अन्य सबूतों को प्रभावित करने का कोई भी प्रयास बर्दाश्त नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आईपीएस अधिकारी सौम्या ने डीजीपी को इस संदर्भ में सूचित किया था। इसके बाद डीजीपी ने उन्हें जानकारी दी थी। डीजीपी ने आईजी को चेतावनी भी दी थी। अब फिर से यह मामला सामने आया है, इसलिए इस संबंध में कड़ा संज्ञान लिया जाएगा। आईजी जैदी को बहाल करने के मामले में सीएम ने कहा कि इस मामले में संबंधित अधिकारी लगातार तीन बार सस्पेंड किए गए थे। उसके बाद नियमों के तहत ही उन्हें फिर से नियुक्ति दी गई। सौम्या मंडी जिला के पंडोह में आईआरबी तीन की कमांडेट हैं। बुधवार को वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सौम्या सांबशिवन ने सीबीआई कोर्ट चंडीगढ़ में बिटिया मामले में बतौर गवाह बयान दिया। कोर्ट में सौम्या ने कहा है कि आईजी रैंक के अधिकारी जहूर जैदी ने उस पर कोर्ट में बयान बदलने का दबाव डाला था।