डिपो के तेल में भी विटामिन ए, डी और ई

हिमाचलियों में नहीं रहेगी आयरन-कैल्शियम की कमी; फोर्टिफाइड आटे की बिक्री शुरू, खाद्य आपूर्ति विभाग ने तीन महीने के लिए किए टेंडर

शिमला – हिमाचली लोगों के शरीर में अब विटामिन ए, डी व ई के साथ आयरन व कैल्शियम की कमी नहीं रहेगी। उनके भोजन में यह सभी पोषक तत्त्व होंगे, जो कि अभी नहीं मिल पा रहे हैं राशन के डिपुओं में जो राशन उपभोक्ता लेंगे, उनमें ये सभी पोषक तत्त्व प्रचूर मात्रा में रहेंगे। सरकार ने लोगों को फोर्टिफाइड आटा देना शुरू कर दिया है, जिसमें पोषक तत्त्व मौजूद हैं, इसके बाद अब खाद्य तेल, सरसों के तेल व नमक में भी यह सभी तत्त्व मौजूद रहेंगे। प्रदेश में साढ़े 18 लाख से ज्यादा राशनकार्ड धारक हैं, जो कि डिपो से राशन लेते हैं। इनके परिवार सालों से यह राशन खा रहे हैं, लेकिन इस राशन में पोषक तत्त्वों की कमी थी। वैसे भी बताया जाता है कि हिमाचल में अनीमिया काफी ज्यादा बढ़ रहा है, वहीं प्रचूर मात्रा में दूसरे विटामिन नहीं मिलने से भी बीमारियां बढ़ रही हैं। ऐसे में सरकार अब डिपुओं में मिलने वाले राशन में यह विटामिन उपलब्ध करवाने जा रही है। सूत्रों के अनुसार खाद्य आपूर्ति विभाग ने तेल व नमक का तीन महीने का टेंडर कर दिया है और जल्दी ही डिपुओं में यह पहुंचने लगेगा। डबल फोर्टिफाइड आटे के बाद सरसों के तेल व रिफाइंड में विटामिन ए, डी व ई की मात्रा उपलब्ध होगी।

महंगा होने वाला है ऑयल

डिपुओं के मिलने वाला तेल अब पहले से महंगा हो जाएगा। इसके रेट पर अभी निर्णय लिया जाना है, लेकिन खाद्य आपूर्ति विभाग ने महंगी दरों पर इसकी खरीद की है। ऐसे में माना यह जा रहा है कि तेल में कम से कम दस रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हो सकती है। खाद्य आपूर्ति विभाग नमक भी आयरन व आयोडीन युक्त ला रहा है। नमक में आयोडीन तो पहले भी था, लेकिन आयरन की कमी थी, जो कि अब पूरी कर दी जाएगी।

चावलों में भी होगा विटामिन

केंद्र सरकार ने प्रदेश को चावल भी फोर्टिफाइड मंगवाने को कहा है, जिसे लेकर भी विचार चल रहा है। डिपो में मिलने वाले चावल भी विटामिन युक्त होंगे, जिसके लिए अभी सोचा जा रहा है और जल्दी ही निर्णय ले लिया जाएगा। फिलहाल आटे के बाद नमक व तेल में विटामिन शामिल रहेंगे, जिसके लिए टेंडर कर लिए गए हैं।

…तो मार्च में ही आएगा तेल

इस महीने डिपो में तेल नहीं आया है। बताया जाता है कि सिविल सप्लाई कारपेरेशन ने जो टेंडर किए थे, उसमें कोई कंपनी नहीं आई, जिस कारण से 21 दिन का इंतजार करना पड़ रहा है, जो कि नियमों में है। इसके बाद एल-वन को बिना टेंडर के काम सौंपा जा सकता है। लिहाजा डिपुओं में तेल फरवरी के अंत में ही पहुंचेगा या फिर तेल अब मार्च महीने में ही मिलेगा।