दिव्यांग सैनिकों के लिए दौड़े 1525 किमी

नाहन –भारतीय सेना के दिव्यांग हुए सैनिकों के लिए धनराशि जुटाने को लेकर इस मर्तबा हिमाचल के जिला सिरमौर के उपमंडल संगड़ाह के माईना निवासी अंतरराष्ट्रीय अल्ट्रा मैराथनर धावक सुनील शर्मा के साथ कुमार अजवानी ने भी मुंबई से दिल्ली तक 1525 किमी की मैराथन में दौड़कर पूरा साथ दिया है। यह मैराथन दौड़ 29 दिन तक चली। देश के पांच राज्यों व एक केंद्र शासित प्रदेश से होकर रविवार को दिल्ली में समाप्त हुई मैराथन में सुनील शर्मा और अजवानी की टीम ने भारतीय सेना के दिव्यांग हुए सैनिकों के लिए 20 लाख रुपए एकत्रित किए। मैराथन रन फॉर डिसएबल सोल्जर्स रविवार को दिल्ली के इंडिया गेट पर समाप्त हुई। यह मैराथन महाराष्ट्र, दमन और दीव, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा होते हुए रविवार को दिल्ली में इंडिया गेट पर पहुंचकर संपन्न हुई। इस दौड़ के प्रायोजक कुमार अजवानी, सीओ क्यूएमटीआई पुणे कर्नल बसंत बालेश्वर, डीईएन क्यूएमटीआई पुणे भाग्यश्री नालवे ने बताया कि यह मैराथन रन फॉर डिसएबल सोल्जर्सं के लिए आयोजित की गई थी। इस दौड़ का उद्देश्य दिव्यांग सैनिकों के प्रति देश के लोगों को जागरूक करना और उनके लिए धन जुटाना था, ताकि इन विकलांग सैनिकों के प्रति हमारी एकजुटता दिखाई जा सके और उन्हें सम्मान और सम्मान की जिंदगी जीने में सक्षम बनाया जा सके। सुनील शर्मा ने बताया कि रन फॉर डिसएबल सोल्जर्स के लिए इस दौड़ में क्वीन मैरी टेक्नीकल इंस्टीच्यूट पुणे द्वारा भी सहयोग किया गया। 29 दिन की दौड़ में 20 लाख रुपए की राशि जुटा ली गई, जबकि कुछ संस्थाएं अभी भी चंदा देने के लिए संपर्क कर रही हैं। आईजी कर्नल राहुल बाली, धावक सुनीता बोदरा, सतीश, मनोज, हरि नारायण व मेजर डीपी सिंह ने भी दौड़ में कुछ किलोमीटर तक साथ दिया।