मुकेश की दया याचिका खारिज होने के बाद नया डेथ वारंट जारी
कानूनी पेंच बाकी, दोषी पवन पहुंचा सुप्रीम कोर्ट
पटियाला हाउस कोर्ट ने नया डेथ वारंट तो जारी कर दिया है और यदि बाकी दोषी दया याचिका नहीं लगाते हैं तो 14 दिन बाद चारों दुष्कर्मियों को फांसी दी जा सकती है। हालांकि, इसमें भी अभी कानूनी पेंच है, क्योंकि एक दोषी पवन अब वारदात के समय अपने नाबालिग होने की याचिका लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है। पवन ने 18 दिसंबर, 2019 को दिल्ली हाई कोर्ट में यही याचिका दाखिल की थी। अगले दिन यानी 19 दिसंबर को हाई कोर्ट ने यह याचिका खारिज कर दी थी। दिल्ली हाई कोर्ट के पवन की याचिका खारिज करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है।
दोषी विनय ने की जेल में फंदा लगाने की कोशिश
नई दिल्ली – कड़ी सुरक्षा और सीसीटीवी कैमरे की निगरानी के बावजूद निर्भया के दोषी विनय शर्मा ने तिहाड़ जेल के टॉयलेट में फंदा लगाकर जान देने की कोशिश की। जेल सूत्रों और विनय के वकील एपी सिंह ने दावा किया कि यह घटना बुधवार सुबह की है। सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते उसे बचा लिया। हालांकि, जेल महानिदेशक संदीप गोयल ने ऐसी किसी घटना से इनकार किया है। सूत्रों के अनुसार विनय को जेल के मेडिकल इंस्पेक्शन रूम में 24 घंटे डाक्टरों की निगरानी में रखा गया। उधर, जेल सूत्रों का कहना है कि इस घटना के बाद गुरुवार को विनय और जेल नंबर-2 में बंद मुकेश, अक्षय और पवन को जेल नंबर 3 में फांसी घर के पास हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट कर दिया गया। यह आदेश नौ जनवरी का था, लेकिन अब तक लागू नहीं हुआ था। सूत्रों के अनुसार दोषी फांसी टलवाने के लिए खुद पर केस दर्ज करवाने की कोशिश में हैं। यह घटना उस नजरिए से भी देखी जा रही है।