पवनहंस ने घाटी के आर-पार पहुंचाए 34 यात्री

लंबे समय के बाद मौसम साफ रहने से भरी उड़ान, लोगों ने ली चैन की सांस

चंबा – बर्फ में कैद कबायली क्षेत्र पांगी के लोगों के लिए बुधवार का दिन काफी राहत भरा साबित हुआ। बुधवार को लंबे इंतजार के बाद पवनहंस हेलिकाप्टर ने चंबा से किलाड़ के लिए वर्ष 2020 की पहली उड़ान भरी। इस हवाई उड़ान में तीन बच्चों सहित कुल 34 लोग साच दर्रा लांघकर घाटी के आर-पार हुए हैं। इस हवाई उड़ान में दो मरीज भी किलाड़ से चंबा पहुंचे हैं। जानकारी के अनुसार बुधवार को भुंतर- किलाड़- चंबा का शेड्यूल तय होने के चलते सवेरे ही अरसे से चंबा से घर वापसी की राह तक रहे लोग हेलिपैड पर आ जमा हुए थे। इसी बीच किलाड़ से सोलह लोगों व दो बच्चों को लेकर पवनहंस हेलिकाप्टर के हेलिपैड पर लैंड करते ही लोगों के चेहरे खुशी से खिल उठे। किलाड़ से दो मरीजों सहित 18 लोग चंबा पहुंचे हैं। हेलिकाप्टर की लैंडिंग के बाद हेलिपैड में मौजूद लोगों की वैरिफिकेशन का कार्य निपटाया गया। तदोपरांत चंबा से एक बच्चे और 15 लोगों सहित कुल 16 लोगों ने हेलीकाप्टर के जरिए घर वापिसी की राह पकड़ी। बतातें चलें कि इससे पहले जनवरी माह के दौरान पांगी के लिए प्रस्तावित तमाम हवाई उड़ानों का शेड्यूल खराब मौसम की भेंट चढ गया था। मौसम खराब होने के चलते हेलिकाप्टर के चंबा न पहुंचने के चलते पांगीवासियों का घर वापसी का इंतजार लंबा खिंचकर रह गया था। ऐसे में बुधवार को चंबा से किलाड़ के लिए हवाई उडान होने से पांगीवासियों ने कुछ हद तक राहत महसूस की है। उधर, नायब तहसीलदार एवं नोडल आफिसर संदीप कुमार ने बताया कि बुधवार को चंबा- किलाड़ के बीच हुई हवाई उड़ान में कुल तीन बच्चों सहित कुल 34 लोग घाटी के आर- पार हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस हवाई उड़ान के जरिए पांगी में फंसे दो मरीज को भी चंबा लाया गया है।