प्रदेश में नशे पर कस रहा शिकंजा

पुलिस के पास 2019 में एनडीपीएस के तहत 1439 मामले दर्ज

पालमपुर – प्रदेश पुलिस द्वारा एनडीपीएस के तहत दर्ज किए गए मामलों ने पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। जानकारी के अनुसार 2019 में प्रदेश के विभिन्न थानों में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत कुल 1439 मामले दर्ज किए गए थे। आंकड़े बताते हैं कि 2006 में प्रदेश में एनडीपीएस के तहत 385, 2007 में 243, 2008 में 374, 2009 में 473, 2010 में 596, 2011 में 570, 2012 में 513, 2013 में 531, 2014 में 644, 2015 में 622, 2016 में 919, 2017 में 1010 और 2018 में 1342 मामले दर्ज किए गए थे। बीते साल प्रदेश के चार जिला में एनडीपीएस के तहत दर्ज मामलों की संख्या 100 से अधिक रही, वहीं कांगड़ा और कुल्लू जिला में 200-200 से अधिक मामले दर्ज किए गए। 2019 में एनडीपीएस के तहत दर्ज किए गए मामलों में कांगड़ा जिला सबसे आगे हैं, जहां पर कुल 259 मामले सामने आए हैं। एनडीपीएस के तहत दर्ज मामलों की संख्या के आधार पर कुल्लू और मंडी जिला दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे, जहां 226 व 181 मामले दर्ज किए गए। वहीं, जिला शिमला में 173 और जिला बिलासपुर में 120 मामले दर्ज किए गए। एनडीपीएस मामलों में जिला लाहुल-स्पीति में सिर्फ एक मामला दर्ज हुआ। बीते साल पुलिस ने 327 किलो चरस के साथ भारी मात्रा में अन्य मदाक पदार्थ बरामद किए।

आईटी एक्ट के 78 मामले सामने आए

2019 में प्रदेश आईटी के तहत 78 मामले दर्ज किए गए, जिला कुल्लू में सबसे अधिक 15 मामले दर्ज हुए। जिला मंडी और शिमला में 9-9, जिला सोलन में सात, जिला हमीरपुर में छह, जिला कांगड़ा और सिरमौर में पांच-पांच मामले दर्ज हुए। वहीं, बीते साल फोरेस्ट एक्ट के तहत प्रदेश में दर्ज मामलों की संख्या 161 रही, जो कि 2018 की तुलना में 79 कम है।