ब्लास्टिंग से 33 केवी लाइन क्षतिग्रस्त, भरमौर अंधेरे में

भरमौर – रावी नदी पर निर्माणाधीन कुठेहड़ जल विद्युत परियोजना के कार्य में की गई ब्लास्टिंग से 33 केवी लाइन को बुरी तरह तहस-नहस कर दिया है। इसके चलते भरमौर क्षेत्र के हजारों उपभोक्ता 20 घंटों से भी अधिक समय से अंधेरे में रहने को मजबूर है। बिजली बोड की ओर से कंपनी प्रबंधन को इस बावत पहले ही आगाह कर दिया था। बावजूद इसके रात के अंधेरे में की गई ब्लास्टिंग के बाद खिसकी चट्टानों ने लाइन को अपना निशाना बना दिया । लिहाजा शनिवार रात से ही समूचे भरमौर उपमंड़ल में बिजली की आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। इसके साथ ही ब्लास्टिंग के चलते मार्ग पर करीब दस घंटे वाहनों की आवाजाही भी ठप रही। रात ग्यारह बजे बंद मार्ग पर रविवार सवेरे नौ बजे बाद ही वाहनों की आवाजाही आरंभ हो पाई। जानकारी के अनुसार रावी नदी पर 240 मेगा वाट की कुठेहड़ जल विद्युत परियोजना का निर्माण कार्य किया जा रहा है। खड़ामुख के पास प्रोजेक्ट की ओर से रोड़ का निर्माण किया जा रहा है। पता चला है कि बीती रात निर्माण कार्य पर की ब्लास्टिंग से 33 केवी लाइन को नुकसान पहुंचा है। उधर, बिजली बोर्ड के सहायक अभियंता विम शर्मा का कहना है कि कंपनी प्रबंधन को इस बावत पहले ही आगाह किया था। साथ ही प्रबंधन को नोटिस भी जारी किया था। इसके अलावा पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई गई है। हैरानी की बात है कि कंपनी द्गबंधन की मनमानी के चलते हजारों उपभोक्ताओं को अंधेरे में रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। सहायक अभियंता का कहना है कि बिजली बहाली को लेकर प्रयास जारी है। उन्होंने बताया कि  पहले बिजली बहाल करने के बाद आगामी कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाएगा।