भ्रांतिपूर्ण योजनाओं से जनता भ्रमित

-डा. राजन मल्होत्रा, पालमपुर

केंद्र सरकार देश में नई-नई बातों की भ्रांतियां छोड़ती रहती है और आम जनता भ्रमित होती रहती है। आखिर क्यों? दो-चार या सैकड़ों को छोड़कर क्या देश की करोड़ों जनता ही ऐसी है। जिसे ये योजनाएं समझ नहीं आ रही हैं या केंद्रीय मंत्री अमित शाह व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसे चतुर हैं जो अपने परों पर पानी नहीं पड़ने दे रहे। साल 2016 में नोटबंदी की गई जिससे आम जनता को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। उसके बाद जीएसटी लागू कर दिया और अब अफवाह यह है कि आपके पास जो स्वर्ण आभूषण हैं अगर उनका बिल न हुआ तो सरकार आभूषण जब्त कर लेगी, जिसके पास 50 से 100 वर्ष पुराने पुश्तैनी आभूषण होंगे। वह बिल कहां से लाएंगे? और अगर उनके पास बिल होंगे भी तो अभी तक सड़-गल गए होंगे। अब एनपीआर और एनसीआर पर बवाल मचा हुआ है। अमित शाह के समझाने पर भी जनता नहीं मान रही है। आखिर क्यों?