विधायक के खिलाफ पंचायत प्रतिनिधि ने खोला मोर्चा

कहा, सरकारी विभाग नियमों को दरकिनार कर दे रहे लाभ, गांवों को नहीं मिली पक्के रास्तों की सुविधा    

धर्मशाला  – देहरा क्षेत्र की खैरियां पंचायत के समिति सदस्य एवं पूर्व प्रधान जसबीर सिंह ने स्थानीय विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने गुरुवार को धर्मशाला में पत्रकार वार्ता कर विधायक पर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पौंग वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी एरिया में वन विभाग ने विधायक होशियार सिंह को सुविधा देने के लिए उनकी निजी जमीन के लिए वन भूमि से कंकरीटयुक्त सड़क का निर्माण होने दिया, जबकि देहरा के तहत पौंग सेंक्चुरी एरिया में अनेकों गांवों में एनओसी न मिलने के कारण पक्की सड़कें व रास्तें नहीं बन पा रहे हैं। उन्होंने वन विभाग के अलावा बिजली विभाग सहित अन्य महकमों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। पंचायत प्रतिनिधि ने आरोप लगाए हैं कि विधायक पौंग किनारे अपनी निजी जमीन पर रिजार्ट का निर्माण करवाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि खैरियां गांव में करीब 80 फीसदी से अधिक रास्ते वन भूमि में आने के चलते कच्चे ही हैं। इनमें कौड़ा गरना, अमरोह, धार, लुनसू, घमीरपुर आदि कई गांवों में वन विभाग की एनओसी न मिलने के चलते अनेकों रास्तों का निर्माण कार्य ठप पड़ा है। यह भी आरोप लगाया कि उनके गांव से विद्युत लाइन बहुत नीचे से गुजर रही हैं, जिससे आम लोगों की जिंदगी को खतरा है। इसके लिए पंचायत में प्रस्ताव पास कर बिजली बोर्ड को भेजकर बोर्ड से विद्युत लाइन को ऊंचा करने के लिए चार खंभे स्थापित करने का आग्रह किया था, लेकिन बिजली बोर्ड ने इस प्रस्ताव को वन विभाग की एनओसी न होने के चलते ठुकरा दिया था। दूसरी ओर बिजली बोर्ड ने नेता की निजी जमीन के लिए करीब एक दर्जन से अधिक बिजली के खंभे आबंटित कर दिए। इस मामले में बीबीएमबी प्रबंधन ने भी उसकी एक हेक्टेयर भूमि पर निजी लोगों द्वारा अतिक्रमण करने की शिकायत अपने उच्चाधिकारियों से कर रखी है। उन्होंने कहा कि विधायक की निजी भूमि तक कंकरीटयुक्त सड़क बनाने के मामले की उच्च स्तरीय जांच की जाए। उधर, डीएफओ देहरा राज डोगरा का कहना है कि खैरियां गांव में सेंक्चुरी क्षेत्र से कोई भी मार्ग बनाने के लिए एनओसी जारी नहीं की है। देहरा स्थित पौंग वन्य प्राणी क्षेत्र के एसीएफ  को इस बात की जांच के आदेश दे दिए हैं कि देहरा के विधायक की निजी भूमि तक जाने वाली सड़क सेंक्चुरी क्षेत्र में आती है या नहीं। विधायक ने जो भी निर्माण करवाया होगा, वह निजी जमीन पर किया होगा। वन विभाग ने इस मामले में हाई कोर्ट में अपनी स्टेटस रिपोर्ट दी है।

एमएलए बोले, सभी आरोप तथ्यहीन

देहरा के विधायक होशियार सिंह का कहना है कि पंचायत समिति सदस्य द्वारा लगाए गए सभी आरोप तथ्यों से परे हैं। वह व्यक्तिगत रंजिश के चलते ऐसे आरोप लगा रहे हैं। खैरियां गांव में वर्ष 1960 से पहले से यह मार्ग राजस्व रिकार्ड में दर्ज है। तब फोरेस्ट एक्ट के तहत नहीं था। इस रास्ते को कुछ साल पहले कंकरीट युक्त बनाया गया, जो कि मात्र उनकी जमीन तक ही नहीं जाता है, बल्कि क्षेत्र के करीब 110 परिवारों की जमीन इस मार्ग के साथ लगती है। उन्होंने जो रास्ता बनाया है वह अपनी जमीन में बनाया है।