‘सावरकर समलैंगिक’ टिप्पणी पर बीजेपी और शिवसेना के हमलों पर बोला सेवा दल, दावा पूरी तरह तथ्यों पर आधारित

नई दिल्ली – अपनी पुस्तिका में वीर सावरकर और नाथूराम गोडसे के बीच समलैंगिक संबंधों का दावा करने वाले कांग्रेस के फ्रंटल संगठन कांग्रेस सेवा दल के मुखिया ने कहा है कि यह पूरी तरह तथ्यों पर आधारित है। सावरकर पर टिप्पणी के लिए बीजेपी के साथ-साथ महाराष्ट्र में अपनी सहयोगी शिवसेना के हमलों का सामना कर रही कांग्रेस अपने रुख पर अडिग है। सेवा दल के प्रमुख लालजी देसाई ने कहा कि पुस्तिका में ‘फ्रीडम ऐड मिडनाइट’ पुस्तक का हवाला दिया गया है। दूसरी तरफ, बीजेपी ने कांग्रेस पर तुच्छ राजनीति करने तो शिवसेना ने सावरकर पर टिप्पणी को एक तबके की दिमागी गंदगी करार दिया है। बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस पर दिमागी संतुलन खोने और मतिभ्रम का शिकार होने का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि पुस्तक में की गई आपत्तिजनक बात के लिए कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए।

सावरकर पर हमारा वही रुख जो पहले था: देसाई
कांग्रेस सेवा दल के प्रमुख देसाई ने शुक्रवार को कहा कि सावरकर को लेकर उनके संगठन की राय जो पहले थी, वही अब भी है। सावरकर को वीर कहे जाने पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया जानती है कि उन्होंने अंग्रेजो से 11 बार माफी मांगी। कोई क्रांतिकारी गोली खाता है लेकिन माफी नहीं मांगता। देसाई ने कहा, ‘सावरकर के बारे में हमारी जो राय पहले थी, वही अब भी है। उनके 11 बार माफी मांगने वाली बात पूरी दुनिया जानती है। कोई भी क्रांतिकारी गोली खाता है, लेकिन माफी नहीं मांगता है। इस बात को लेकर हमें दिक्कत है। दो राष्ट्र जो सिद्धांत दिया था, उस