सीएए हिंसा: अब एसआईटी जांच के दायरे में 15 से 20 हजार लोग

 

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शनों के दौरान 13 से 20 दिसंबर के बीच हुईं उपद्रव की 10 घटनाओं को लेकर 15 से 20 हजार लोग जांच के दायरे में हैं। राजधानी के आठ थानों में दर्ज 10 मुकदमों में अब तक 100 आरोपी अरेस्ट हो चुके हैं। क्राइम ब्रांच की एसआईटी अब तक सिर्फ उन्हीं आरोपियों को गिरफ्तार कर रही थी, फुटेज में जिनके हाथों में डंडे-पत्थर थे।

अब जांच का दायरा बढ़ाते हुए उन लोगों को भी अरेस्ट करने की योजना है, जिनकी प्रदर्शन के दौरान फुटेज सामने आई है। जांच एजेंसी की दलील है कि इन लोगों ने गैरकानूनी तौर पर इकट्ठा होकर धारा 149 उल्लंघन किया है। इसलिए इनकी गिरफ्तारी की जाएगी। एसआईटी जांच से जुड़े एक अफसर ने बताया कि पुलिस के पास हर मामले में सौ से ज्यादा वायरल विडियो हैं।

कई लोगों को नोटिस देकर फुटेज साझा करने को कहा गया है। इसलिए विडियो फुटेज अभी भी मिल रहे हैं। हर विडियो का प्राइमरी सोर्स खोजना सबसे बड़ा काम है। जिसने विडियो बनाई है, उसके सामने आने से ही फुटेज पुख्ता सबूत में तब्दील हो सकेगी। इसलिए इसे लेकर कड़ी मेहनत चल रही है।

पूछताछ के बाद हो सकती है गिरफ्तारी
जांच अधिकारियों के मुताबिक, विडियो बनाने वाले कुछ लोग खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। हालांकि जांच में सहयोग करने वालों को कोई परेशानी नहीं होने वाली है। बहरहाल, जितने भी लोग प्रदर्शन के दौरान विडियो फुटेज में दिख रहे हैं, उनकी पहचान कराई जाएगी और उन सबको नोटिस देकर जांच में शामिल होने को कहा जाएगा। इनसे पुलिस परमिशन बिना प्रदर्शन करने और कुछ जगह धारा 144 के बावजूद इकट्ठा होने की वजह पूछी जाएगी। इनकी इन्वॉल्वमेंट पाए जाने पर गिरफ्तार किया जाएगा।