हमने ही गिराया था प्लेन

सैन्य ठिकाने के करीब होने का हवाला दे ईरान ने कबूला

तेहरान –ईरान ने शनिवार को कहा कि गत सप्ताह दुर्घटनाग्रस्त हुये यूक्रेन के विमान को गलती से मार गिराया गया था क्योंकि वह रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के संवेदनशील सैन्य ठिकाने के काफी करीब था। ईरानी सेना ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी है। बयान के अनुसार विमान को गिराने के लिए जिम्मेदार लोगों को सैन्य जांच के घेरे में लाया जाएगा और नतीजे के बाद उचित दंड दिया जाएगा। सेना ने इस दुर्घटना में मारे गए परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। बयान में कहा गया कि अमरीका साथ तनाव चरम पर होने के कारण सेना हाई अलर्ट पर थी और जब विमान संवेदनशील सैन्य केंद्र की ओर मुड़ा, तो गलती से इसे  ‘दुश्मन  का लक्ष्य’ समझ लिया गया। इस स्थिति में गैरइरादतन विमान को गिरा दिया गया। सेना ने इस हादसे के  लिए माफी मांगते हुए कहा कि भविष्य में इस तरह की गलती नहीं हो इसके लिए तकनीक को और समृद्ध किया जाएगा। विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जारिफ ने इस हादसे के लिए माफी मांगते हुए ट््वीट किया कि अमरीकी दुस्साहस’ के कारण यह आपदा  हुई। हमें बहुत पछतावा है और हम अपने लोगों और इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों से माफी मांगते हैं।

यूक्रेन ने मांगा हर्जाना

यूक्रेन ने ईरान की ओर से गलती माने जाने के बाद तीखी प्रतिक्रिया दी है। यूक्रेन ने कहा कि अब सच बाहर आ गया है। ईरान मृतकों के शव हमें सौंपे और घटना पर हर्जाना दे।

फ्लाइट के रास्ते में नहीं था कोई मिलिट्री बेस

ईरान का दावा है कि फ्लाइट मिलिटरी साइट के पास से गुजर रहा था, लेकिन ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि फ्लाइट के रास्ते में ऐसा कुछ था ही नहीं। ब्लूमबर्ग ने गूगल के हवाले से रिपोर्ट दी है कि सेटेलाइट फोटोज में विमान के रास्ते के आसपास कोई मिलिट्री बेस नहीं दिख रहा।

गुस्साए अमरीका ने लगाए नए प्रतिबंध

वाशिंगटन। अमरीका ने संयम बरतने और शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रत्यन करने के अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आवाजों को अनुसनी करते हुए ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंध लगा दि   ए हैं। यूएस ने अब ईरान के धातु  उद्योगों और उसकी अर्थव्यवस्था के अन्य सेक्टरों पर प्रतिबंध लगाया गया है।