31 मार्च डेडलाइन… सिर्फ 40 फीसदी काम

पांच साल बाद भी पुल का काम पूरा नहीं, वशिष्ठ युवा मंडल लूणा ने कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल

चंबा-भरमौर उपमंडल की दुर्गम पंचायत औराफाटी के लोगों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए लूणा के समीप रावी में  निर्माणाधीन पुल का कार्य पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी मकम्मल नहीं हो पाया है। ग्रामीणों के पुल निर्माण कार्य में तेजी लाने की मांग को लेकर धरना- प्रदर्शन करने के बावजूद स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। लोक निर्माण विभाग की इस कारागुजारी से अब ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। मंगलवार को वशिष्ठ युवा मंडल लूणा ने इस मसले को लेकर आपात बैठक का आयोजन कर आगामी रणनीति पर विचार- विमर्श किया। युवा मंडल के पदाधिकारियों ने कहा कि लोक निर्माण विभाग ने 31 मार्च तक पुल का निर्माण कार्य पूर्ण करने की बात कही थी। मगर मौके पर पुल का चालीस फीसदी कार्य भी पूर्ण नहीं हो पाया है।  अगर 31 मार्च, 2020 तक पुल का निर्माण कार्य पूरा न किया गया तो वे कड़े कदम उठाने को बाध्य होंगे। बैठक की अध्यक्षता युवा मंडल के प्रधान अनिल शर्मा ने की। उन्होंने बताया कि औराफाटी पंचायत के लोगों की सुरक्षित आवाजाही को लेकर लूणा के समीप रावी नदी पर 25 अप्रैल, 2015 को पुल का निर्माण कार्य आरंभ किया गया था, जोकि 24 मार्च, 2017 तक पूर्ण होना था। मगर बडे़ खेद का विषय है कि अभी तक पुल का चालीस फीसदी काम भी पूरा नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि पुल निर्माण कार्य में तेजी लाने की मांग को लेकर सितंबर 2019 में ग्रामीणों ने लूणा में धरना- प्रदर्शन भी किया था। इसके बाद मार्च 2020 तक पुल का निर्माण कार्य पूरा करने का आश्वासन दिया गया था।  उन्होंने उपमंडलीय प्रशासन व लोक निर्माण विभाग से पुल का युद्धस्तर पर कार्य छेड़कर 31 मार्च, 2020 तक जनता को सौगात सौंपने को कहा है। अन्यथा ग्रामीणों को मजबूरन कडे़ कदम उठाने को बाध्य होना पड़ेगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी उपमंडलीय प्रशासन व लोक निर्माण विभाग की होगी। इस मौके पर युवा मंडल के सदस्यों में मनु, विक्रमजीत, राजीव, इंद्रजीत व दिनेश आदि मौजूद रहे।