31 मार्च तक ट्रांसफर नहीं होंगे टीचर

विधानसभा सत्र और बोर्ड परीक्षाओं के चलते सरकार ने लिया फैसला, शिक्षा विभाग को दिए निर्देश

शिमला  – अब 31 मार्च तक प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षक ट्रांसफर नहीं करवा पाएंगे। राज्य सरकार ने शिक्षकों की ट्रांसफर पर फिलहाल रोक लगा दी है। इस बाबत शिक्षा विभाग को भी आदेश जारी कर दिए गए हैं। अहम यह है कि शिक्षा विभाग के पास आई अर्जियां भी अब रिजेक्ट होंगी। इसके अलावा सचिवालय में आने वाली शिक्षकों की ट्रांसफर भी अब नहीं होगी। बता दें कि फरवरी माह में विधानसभा सत्र होना है। इसके साथ बोर्ड की परीक्षाएं भी नजदीक हैं। ऐसे में शिक्षक की ट्रांसफर न करवाने का फैसला काफी सराहनीय व अहम है। बताया जा रहा है कि इस बार विधानसभा सत्र के दौरान बजट भी पेश होना है, ऐसे में कई अहम जानकारियां व सुझाव लेने के मकसद से ही सभी शिक्षकों की ट्रांसफर पर रोक लगाने का फैसला लिया है। हालांकि सरकार का यह भी तर्क है कि हिमाचल में बोर्ड की परीक्षाएं भी सिर पर हैं। ऐसे में परीक्षाओं के नजदीक शिक्षकों का स्कूल छोड़कर जाना कहीं न कहीं छात्रों की पढ़ाई में बाधा भी उत्पन्न कर सकते हैं। यही वजह है कि बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए भी शिक्षकों के तबादले पर सरकार ने रोक लगाई है। फिलहाल मौजूदा समय में हिमाचल के 15 हजार सरकारी स्कूलों में करीब 80 से 90 हजार शिक्षक सरकारी स्कूलों में शिक्षा की लौ जला रहे हैं। अकसर शिक्षक फरवरी से ज्यादा अपनी ट्रांसफर करना शुरू कर देते हैं, कारण यह कि  स्कूलों में नया सत्र मार्च में तकरीबन शुरू हो जाता है। फरवरी व मार्च में शिक्षकों की ट्रांसफर होने की वजह से दसवीं व जमा दो के छात्रों की दिक्कतें भी बढ़ जाती हैं। कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें परीक्षा के समय शिक्षक का तबादला होने की वजह से छात्र सिलेबस से जुड़ी कई उलझनों को भी सॉल्व नहीं कर पाता है। शिक्षक तबादला होने की वजह से कई बार कई स्कूलों में परीक्षा परिणाम भी प्रभावित हुआ है।

तबादले के लिए नहीं चलेगी अर्जी

अब शिक्षक भी 31 मार्च तक ट्रासंफर को लेकर अर्जी नहीं भेज सकते हैं। शिक्षा विभाग के पहुंची ट्रांसफर की फाइल को भी रद्द करने के आदेश सरकार की ओर से दिए गए हैं। गौर हो कि प्रदेश में सबसे ज्यादा शिक्षक ही अपनी ट्रांसफर करवाने के लिए शिक्षा विभाग व सचिवालय के चक्कर काटते हैं, लेकिन अब जब सरकार ने 31 मार्च तक तबादलों पर बिलकुल रोक लगा दी है, तो ऐसे में शिक्षकों के लिए यह अच्छी खबर नहीं है।