अंतिम यात्रा की राह पर ध्यान दें

-राजेश कुमार चौहान

प्रदेश में बहुत से ऐसे गांव हैं, जो श्मशानघाट की सुविधा से वंचित हैं, अर्थात ऐसे गांवों के लोगों को किसी का अंतिम संस्कार करने के लिए अपने आसपास की खड्ड या नदी तक जाने के लिए दुर्लभ रास्ते से जाना पड़ता है। कहीं-कहीं तो रास्ते इतने खराब हैं कि लोगों को अपनी जान हथेली पर रखकर जाना पड़ता है। जयराम सरकार को चाहिए कि प्रदेश के हर गांव के आसपास की खड्ड या नदियों के करीब श्मशानघाट बनाए और वहां तक के रास्तों को पक्का करने के लिए संबंधित गांव पंचायत को उचित राशि उपलब्ध कराए।