अंबाला में 300 लोगों ने हैप्पीनेस में जताई खुशी

अंबालाअंबाला में आर्ट ऑफ लिविंग के शिविर का आयोजन किया गया था,्र जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। वहां देखकर लगा की ‘मैं खुश होने के बहाने ढूंढ रहा था’, लेकिन अब समझ में आ गया खुशी अंदर है हमेशा अपने साथ न कि बाहरष् अंबाला के नीलकंठ मंदिर के बाहर  आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा सिखाई गए योगा अभ्यास व प्राणायाम का रोजाना अभ्यास करने वाले एक नौजवान ने बहुत ही चहकते हुए जब यह वाक्य कहा तो उसके साथ खड़े बहुत से लोगों ने भी उसकी बात का समर्थन किया ।पाठकों की जानकारी के लिए बता दें कि जीवन जीने की कला सिखाने वाली संस्था आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा पिछले छह दिनों से 11 से 16 फरवरी तक हैप्पीनेस कोर्स का बहुत ही भव्य आयोजन किया गया था, जिसमें अंबाला के लगभग 300 लोगों ने हर समय खुश रहने की कला में स्वयं को आत्मसात किया। कार्यक्रम के आयोजक दिनेश जिंदल ने बताया कि इस कोर्स में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों ने राजस्थानए गुजरातए चंडीगढ़ व पंजाब के साथ.साथ अंबाला के 16 आर्ट ऑफ लिविंग के शिक्षकों के ज्ञान और अनुभव का लाभ उठाया। अंबाला कैंट में आर्य समाज मंदिर, बंगाली मोहल्ला व अंबाला शहर के नीलकंठ मंदिर में इस शिविर के आयोजन के लिए रोजाना तीन शो यानी तीन शिफ्ट चली। प्रातः 5ः30 से 8रू30 दोपहर 10ः00 से एक और शाम 5रूः30 से 8रूः30 बजे तक चलने वाले इस शिविर में स्त्री व पुरुषों की, विद्यार्थी और कर्मचारियों की नौजवानों व वयस्कों की संख्या लगभग बराबर रही। शिविर की समाप्ति पर प्रतिभागियों का अनुभव भाव विभोर कर देने वाला था।