अब चायल में भी उड़ेंगे मानव परिंदे

कंडाघाटपर्यटन स्थल चायल की वादियों में जल्द ही मानव परिंदे उड़ते हुए नजर आ सकते हैं। जानकारी के अनुसार पर्वतारोहण संस्थान मनाली की एक टेक्नीकल टीम ने पिछले दिनों चायल के पास झाझा गांव का दौरा किया और वहां पैराग्लाइडिंग की संभावनाएं तलाशी। पर्वतारोहण संस्थान मनाली की टेक्नीकल टीम के सदस्य कर्नल राणा ने करीब दो घंटे तक चायल के झाझा गांव में पैराग्लाइडिंग के लिए चिन्हित की गई जगह का बारीकी से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान टीम ने स्थानीय प्रशासन को इस स्थल के साथ लगती बिजली की तारों और खंभों को अन्य स्थान पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए, ताकि जिस स्थल से पैराग्लाइडिंग की जाएगी, उस स्थल को समतल करने के भी निर्देश दिए। इसके लिए स्थानीय प्रशासन की ओर से पर्यटन विभाग को करीब 30 लाख रुपए का एस्टिमेट भी भेज दिया गया है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि यदि सब कुछ ठीक रहा, तो आने वाले समय में बाहरी राज्यों के पर्यटक हसीन वादियों के साथ-साथ चायल एवं आसपास के क्षेत्रों में पैराग्लाइडिंग का लुत्फ भी उठा पाएंगे। दूसरी ओर इस निरीक्षण के दौरान जिला पर्यटन अधिकारी विवेक चौहान, एसडीएम डा. संजीव धीमान, भाजपा नेता सोलन राजेश कश्यप, झाजा पंचायत के पूर्व प्रधान व भाजपा सोलन मंडल के कोषाध्यक्ष योगेंद्र वर्मा, चायल होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष दवेंद्र वर्मा, होटल एकांत रिट्रीट के मालिक विशाल वर्मा व झाजा पंचायत के प्रधान मान सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे। गौर रहे कि इससे पहले स्थानीय प्रशासन द्वारा इसी स्थल पर हेलिपैड को लेकर जो भी औपचारिकता है, उसे पूरा कर रही है।

30 लाख तक का एस्टीमेट तैयार

डा. संजीव धीमान ने कहा कि जिस स्थल का चयन किया गया है, उस स्थल को समतल व बिजली के खंभों को अन्य स्थान पर शिफ्ट करने को लेकर पर्यटन विभाग को 28 से 30 लाख रुपए का एस्टीमेट भेज दिया गया है। मनाली से आई टीम ने निरीक्षण में पाया कि यह स्थल पैराग्लाइडिंग के लिए उचित है। कुछ दिन बाद एक बार फिर इस स्थल का निरीक्षण किया जाएगा।