चीन-जापान से भारतीयों को ले आए विमान

वुहान से 112, तो डायमंड पिं्रसेस जहाज पर फंसे 124 लोग लाए गए भारत

नई दिल्ली – कोरोना वायरस के प्रकोप का सामना कर रहे चीन के वुहान शहर से 32 विदेशी नागरिकों समेत 112 भारतीय नागरिकों को लेकर वायु सेना का विमान गुरुवार सुबह दिल्ली पहुंचा। इसी तरह  जापान के योकोहामा में डायमंड पिं्रसेस जहाज पर फंसे 119 भारतीयों और पांच विदेशी नागरिकों को एयर इंडिया की एक विशेष उड़ान से गुरुवार सुबह यहां इंदिरा गांधी हवाई अड्डे लाया गया। गौर हो कि केंद्र सरकार ने अभूतपूर्व विभीषिका से जूझ रहे चीन के लोगों की सहायता के लिए 15 टन चिकित्सा एवं राहत सामग्री लेकर भारतीय वायुसेना के विमान सी-17 को बुधवार देर शाम को वुहान भेजा था और यह विमान गुरुवार को कुल 112 यात्रियों को लेकर दिल्ली के इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर पहुंचा। इस विमान के जरिए वुहान में भारतीय दूतावास के तीन अधिकारियों समेत 76 भारतीयों और 36 विदेशी नागरिकों को यहां लाया गया है। इन सभी विदेशी नागरिकों को सरकार की पड़ोसी देशों को महत्त्व देने वाली नीति के तहत यहां लाया गया है और इनमें बांग्लादेश के 23, चीन के छह, म्यांमार और मालदीव के दो-दो तथा अमरीका और दक्षिण अफ्रीका के एक-एक नागरिक शामिल हैं। वुहान में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए सरकार की तरफ से भेजी गई यह तीसरी उड़ान थी। इससे पहले दो उड़ानें 31 जनवरी और पहली फरवरी को भेजी गई थीं, जिनमें 723 भारतीयों और 43 विदेशी नागरिकों को लाया गया था।  उधर, विदेश मंत्रालय के अनुसार जापान से वापस लाए गए भारतीयों में 113 चालक दल के सदस्य हैं, जबकि अन्य छह यात्री हैं। विशेष उड़ान में भारतीयों के अलावा पड़ोसी देशों को महत्त्व देने वाली विदेश नीति के तहत पांच विदेशियों को भी लाया गया है, जिनमें श्रीलंका के दो, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका और पेरू का एक-एक नागरिक शामिल है। जापान से लौटे इन सभी लोगों को 14 दिन तक आम लोगों से दूर हरियाणा के मानेसर में सेना द्वारा स्थापित कैंप शिविरों में रखा जाएगा, ताकि दूसरे लोगों तक संक्रमण न फैल सके। उधर, जहाज पर मौजूद तीन अन्य भारतीयों ने वापस आने से इनकार दिया। उन्होंने जापान की सरकारी द्वारा जहाज पर ही किए जा रहे उपचार की अवधि पूरी होने तक वहीं रुकने की इच्छा जताई। जहाज पर सवार 138 भारतीयों में से 16 लोगों में इस खतरनाक विषाणु के पाए जाने की पुष्टि हुई है और उन्हें जापान में ही आवश्यक चिकित्सक सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।

कोरोना से डरा सऊदी मक्का में रोकी एंट्री

दुबई – कोरोना वायरस के कहर से सालाना हज से कुछ महीने पहले सऊदी अरब के पवित्र स्थलों की यात्रा प्रभावित हुई है। दरअसल, संक्रमण की आशंका को देखते हुए सऊदी ने गुरुवार को पवित्र स्थलों की यात्रा पर रोक लगा दी है। पश्चिम एशिया में कोरोना वायरस के 240 से अधिक मामले सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया है। सऊदी के मुताबिक, इस फैसले का उद्देश्य विदेशी नागरिकों को पवित्र शहर मक्का और काबा जाने से रोकना है।