टीजीटी प्रोमोशन से भरें 50 फीसदी कोटा

एसोसिएशन ने लेक्चरर के पद भरने के लिए प्रदेश सरकार से जल्द मांगी राहत

गगरेट – टीजीटी कैडर से लेक्चरर प्रोमोशन कोटे में जो अनियमितताएं एक आरटीआई के माध्यम से सामने आई हैं, उस पर टीजीटी आर्ट्स एसोसिएशन ने कड़ा ऐतराज जताया है। आरटीआई सूचना के आधार पर लेक्चरर कैडर के कुल 16530 पद विभाग द्वारा स्वीकृत हैं, जिसमें से 50 प्रतिशत कोटा टीजीटी प्रोमोशन से भरा जाना था, परंतु ऐसा नहीं हो पाया। टीजीटी आर्ट्स एसोसिएशन की बैठक में जिला प्रधान रविंद्र गुलेरिया ने कहा कि एक सूचना अनुसार इस समय अंग्रेजी विषय के 2072, हिंदी के 1892, इतिहास के 1872, राजनीतिक शास्त्र के 1890, आईपी के 1677, अर्थशास्त्र के 1245, गणित के 1107, फिजिकल एजुकेशन के 823, केमिस्ट्री के 823, फिजिक्स के 823, बायोलॉजी के 653, कॉमर्स के 1678, संस्कृत के 273, जियोग्राफी के 243, सोशियोलॉजी के 147, होम साइंस के 17, म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट के 31, म्यूजिकल वोकल के 46, लोक प्रशासन के 30 और मनोविज्ञान के 11 पद शामिल हैं, परंतु प्रोमोटी लेक्चरर की संख्या कम है। इनमें अंग्रेजी के 752, हिंदी के 664, इतिहास के 660, राजनीतिक शास्त्र के 651, आईपी के 42, अर्थशास्त्र के 306, गणित के 330, शरीर एक शिक्षा के 162, केमिस्ट्री के 187, बायोलॉजी के 156, कॉमर्स के 131, संस्कृत के 67, जियोग्राफी के 19, सोशियोलॉजी के 39, होम साइंस का एक, म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट के चार, लोक प्रशासन एवं मनोविज्ञान में शून्य सहित प्रोमोटी लेक्चरर की कुल संख्या 4172 है। जिला प्रधान ने बताया कि लेक्चरर कैडर के कुल स्वीकृत 16530 पदों में से प्रोमोटी लेक्चरर का 50 प्रतिशत कोटे के हिसाब से कुल संख्या 8265 बनती है, परंतु प्रोमोटी लेक्चरर की संख्या 4172 है, जिस कारण 4093 टीजीटी कैडर के पदों का भारी बैकलॉग बन चुका है। टीजीटी को लेक्चरर प्रोमोशन के लिए 13 से 14 वर्ष का लंबा इंतजार करना पड़ता है।

अलग या नियुक्ति तिथि से ही मिले वरिष्ठता

जिला अध्यक्ष ने हैड मास्टर का प्रिंसीपल की प्रोमोशन में हुई देरी पर भी एतराज जताया है। उन्होंने सरकार व शिक्षा विभाग से मांग की है कि जेबीटी, सी, वी और ड्राइंग मास्टर से प्रोमोट टीजीटी को वरिष्ठता अलग से या उनकी प्रथम नियुक्ति तिथि से दी जाए। इस अवसर पर जरनैल सिंह राणा, सुनीत सिंह राणा, राजेश ठाकुर, सतीश कुमार, रवि दत्त, गुरदीप सिंह, गुरबख्श सिंह आदि उपस्थित रहे।