दिल्ली का अशांत माहौल

रूप सिंह नेगी, सोलन

कुछ समय से भारत जैसे शांतिप्रिय  देश में अशांति का माहौल  बना रहना और खासकर दिल्ली की अप्रिय घटनाएं देशवासियों  को भयावह करती हैं। ऐसा लगता है कि अगर  दिल्ली  पुलिस प्रशासन व गृह मंत्रालय ने समय रहते मुस्तैदी दिखाई होती और राजनीतिक नेताओं के भड़काऊ बयानों एवं भाषणों पर अंकुश लगा दिया होता, तो शायद अप्रिय घटनाएं टल सकती थीं। यह  भी सच है कि लोकतांत्रिक सरकारों को विरोधियों से बातचीत कर मसले का समाधान निकालना होता है। देश की सरकार को जनता के प्रति संवेदनशील होने की जरूरत होती है। जनता के प्रति अपने दायित्व को बखूबी निभाने हेतु प्राथमिकता देने की जरूरत होती है।