ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर सदन में हंगामा

पंचकूला – बजट सत्र में गुरुवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ। पहले कांग्रेस विधायकों ने अनदेखी के आरोप लगाए तो फिर अभय चौटाला स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता से भिड़ गए। इस दौरान खूब हंगामा हुआ और इसके बाद इनेलो विधायक अभय चौटाला सदन से वाकआउट कर गए। दरअसल सदन में शून्यकाल के बजाय दो ध्यानाकर्षण प्रस्तावों को लेकर चर्चा की बात कही, जिसके बाद कांग्रेस के विधायक उखड़ गए और अपने आसन से खड़े होकर इसका विरोध जताया। हालांकि बाद में अनिल विज और कंवरपाल गुर्जर ने मोर्चा संभाला। सदन में स्पीकर ने कहा कि पहले दो ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा करवा लेते हैं, उसके बाद शून्यकाल के तहत चर्चा कर लेंगे, लेकिन कांग्रेस विधायकों ने इस पर हंगामा किया और शोर शराबा करते हुए वाकआउट कर गए। इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने भारत माता के जयकारे लगाए। इसके बाद सदन में गन्ने के समर्थन मूल्य को बढ़ाने पर चर्चा हुई। इसपर अभय चौटाला ने बोलना शुरू किया, लेकिन स्पीकर ने बीच में रोक दिया। इसके बाद अभय चौटाला और स्पीकर भिड़ गए और अभय चौटाला ने बोलने के लिए पर्याप्त समय न देने का आरोप लगाए हुए वाकआउट कर दिया। ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान गन्ना किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस विधायक वेल में पहुंच गए। कांग्रेस विधायक शकुंतला खटक ने भाजपा मुर्दाबाद के नारे लगाए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के हस्तक्षेप के बाद ही कांग्रेस विधायक अपनी सीटों पर लौटे। गन्ने का समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाने पर आरोप-प्रत्यारोप को लेकर विवाद शुरू हुआ। गन्ने का भाव बढ़ाने को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में सबसे ज्यादा गन्ने का भाव दिया जा रहा है। देश के बाकी राज्य गन्ने का रेट नहीं बढ़ा पा रहे है। ऐसे में हम भी सीमा पार नहीं कर सकते। हालांकि इस पर विपक्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसानों की गन्ने की फसल के लिए लागत काफी बढ़ गई है और गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाया गया है। नारायणगढ़ से कांग्रेस विधायक शैली चौधरी ने कहा कि सरकार बताए कि वह सिर्फ  गन्ना किसानों की आय बढ़ाने के लिए क्या कर रही है।