प्रदेश में छह फरवरी तक साफ रहेगा मौसम

विभाग का पूर्वानुमान, धूप खिलने से अधिकतम तापमान में फिर आया उछाल

शिमला – हिमाचल प्रदेश में छह फरवरी तक मौसम साफ बना रहेगा। मौसम विभाग की मानें तो फरवरी के दूसरे सप्ताह के दौरान भी राज्य में मौसम साफ बना रहेगा। शुक्रवार को दिन की शुरुआत धूप खिलने के साथ हुई। समूचे प्रदेश में दोपहर तक धूप खिली रही। इससे अधिकतम तापमान में एक से चार डिग्री तक की बढ़ोतरी रिकार्ड की गई है। शिमला के तापमान में सबसे ज्यादा चार डिग्री का उछाल आंका गया है। सोलन के तापमान में दो, कांगड़ा, बिलासपुर और हमीरपुर के पारे में एक डिग्री तक का उछाल आया है। भुंतर को छोड़ कर शेष हिमाचल के तापमान में इजाफा दर्ज किया गया है। दोपहर बाद आसमान में काले बादल घिरने शुरू हो गए थे। बादलों के घिरने से शाम के समय ठंड का प्रकोप दिखा। पहाड़ों पर कई स्थानों पर शाम के समय धुंध घिरी रही। अधिकतम तापमान के साथ न्यूनतम तापमान में भी हल्की बढ़ोतरी रिकार्ड की गई है, मगर प्रदेश के भुंतर, कल्पा, केलांग, मनाली, डलहौजी व कुफरी का न्यूनतम तापमान अभी भी माइनस में चल रहा है। सुंदरनगर का तापमान शून्य डिग्र्री में आंका गया है। यहां पर जनता को कड़ाके की ठंड़ का सामना करना पड़ रहा है। उधर, मौसम विभाग के निदेशक डा. मनमोहन सिंह ने बताया कि अधिकांश क्षेत्रोें में छह फरवरी तक मौसम खराब बना रहेगा। इस दौरान प्रदेश भर के तापमान में उछाल आने की संभावना है।

अभी नहीं खुली 230 सड़कें

शिमला – हिमाचल प्रदेश में अभी  भी जनजीवन पटरी पर नहीं लौट पाया है।  राज्य में अभी भी  230 सड़कों पर वाहनों के पहिए थमे हुए हैं। सड़कों के अवरुद्ध होने से जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोक निर्माण विभाग के अनुसार शिमला जोन में सबसे ज्यादा 152 सड़कें यातायात के लिए बंद पड़ी हुई हैं। कांगड़ा जोन में 50 सड़कों पर वाहनों के पहिए थमे हुए हैं। मंडी जोन में 26 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। लोक निर्माण विभाग द्वारा दावा किया जा रहा है कि 230 बंद सड़कों में से 115 सड़कें यातायात के लिए जल्द बहाल हो जाएंगी। 81 सड़कों के शनिवार शाम तक और शेष 34 सड़कें दो फरवरी तक यातायात के लिए पूरी तरह से बहाल हो जाएंगी। राज्य में सड़कों के साथ दो नेशनल हाई-वे पर भी वाहनों की आवाजाही बंद पड़ी हुई है। शिमला व शाहपुर में एक-एक एनएच  बंद चल रहा है। हिमाचल में विंटर सीजन लोक निर्माण विभाग को करोड़ों की चपत लगा चुका है। लोक निर्माण विभाग को अब तक 167 करोड़ का नुकसान हो चुका है।