प्राइवेट स्कूल नहीं भरेंगे पांच हजार

रोल नंबर विवाद में आखिरकार बोर्ड प्रशासन को पड़ा झुकना, पोर्टल ओपन

पंचकूला –  पिछले कई दिनों से प्राइवेट स्कूलों और हरियाणा बोर्ड के बीच रोल नंबर विवाद में आखिरकार बोर्ड प्रशासन को झुकना पड़ा और पोर्टल को ओपन कर दिया गया है। फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव रामावतार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि बोर्ड की तरफ  से तुगलकी फरमान जारी करते हुए बच्चों के रोल नंबर यह कहते हुए रोक लिए थे कि जब तक प्राइवेट स्कूल 5000 रुपए नहीं भरेंगे तब तक रोल नंबर जारी नहीं किए जाएंगे। प्राइवेट स्कूलों ने इसके खिलाफ आवाज़ बुलंद की और आखिरकार बोर्ड को झुकना ही पड़ा। रामावतार शर्मा ने बताया कि यह केवल स्कूलों पर दबाव बनाने के लिए किया गया था। कुछ स्कूलों ने यह जुर्माना भर भी दिया था, लेकिन फेडेरेशन उन सभी स्कूल साथियों को यह विश्वास दिलाती है कि जल्द ही उनके पैसे भी वापस दिलवाए जाएंगे। यह सब बोर्ड द्वारा असल मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश थी। हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक शिक्षा बोर्ड अपनी पक्षपात पूर्ण नीति में बदलाव करके प्राइवेट स्कूल के विद्यार्थियों को भी अपने गांव के एग्जाम सेंटर में समायोजित नहीं करती जहां सरकारी स्कूल के बच्चों को बिठाया गया है। रामावतार शर्मा ने बताया कि वह पीछे हटने वाले नहीं हैं। 28  तारीख को इस अन्याय पूर्ण नीति के विरोध में बच्चों और उनके माता पिता ने बोर्ड का खेराव करने की घोषणा की है। प्रदेश के सभी स्कूल संचालकों से निवेदन है कि सभी 28 तारीख को भिवानी पहुंचें और तन, मन और धन से सहायता करें। हम प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ साजिश को कामयाब नहीं होने देंगे।