बाहरियों को रोजगार, अपने दरकिनार

चांजू प्रोजेक्ट के कार्य में स्थानियों की अनदेखी पर पूर्व विधायक ने खड़े किए सवाल

चंबा-चुराह विधानसभा क्षेत्र के तहत पड़ने वाले चांजू में चल रहे कोसमोस विद्युत परियोजना कार्य में स्थानीय लोगों को दरनिकार का बाहरियों को काम पर लगाए जाने को लेकर पूर्व विधायक सुरेंद्र भारद्वाज ने आपत्ति जाहिर की है। साथ बिजली परियोजना कार्य से क्षेत्र के  तीन दर्जन घरों को पहुंचे नुकसान के  साथ भू-स्खलन की वजह से करीब आधा दर्जन घरों को पैदा हुए खतरे को लेकर भी चिंता व्यक्त की है। इसे लेकर उन्होंने उपायुक्त चंबा को ज्ञापन सौंप कर प्रभावित परिवारों को जल्द राहत प्रदान करने के साथ भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में प्रोटक्शन वॉल लगाने की मांग की है। इसके अलावा प्रोजेक्ट कार्यों में स्थानीय लोगों को रोजगार देने के साथ ही पिछले दो से तीन वर्षोें से कंपनी में कार्य कर रहे लोगों की सेवाएं जारी रखने की मांग की है। उन्होंने कहा कि परियोजना के कार्य में हजारों पेड़ों की बलि दी गई, परियोजना प्रबंधन द्वारा निमयों को ताक पर रखकर स्थानीय नाले में स्टोन क्रशर चलाया जा रहा है। जिसे लेकर जानकारी होने पर भी संबंधित विभाग एवं सरकारी अमला मूकदर्शक बना हुआ है। भारद्वाज का कहना ह कि उन्होंने चुराह के चांजू, देहरा, बघेईगढ़, चरड़ा, टिकरीगढ़, दियोला पंचायत में व्यक्तिगत दौरा किया, जिसमें लोगों ने कई तरह की समस्याओं को सामने रखा है। उन्होंने कहा बिजली परियोजना के डैम एवं पावर हाउस निर्माण से बढ़े भू-स्खलन की जद में ग्राम पंचायत दियोला, सानुई, छुनेत्र, घेवा, धन्योता, चैंजला आदि गांव के लिए आने-जाने वाले मार्ग भी आ गए हैं, जिससे इन गांव के सौ से अधिक छात्रों को जान जोखिम में डालकर बघेईगढ़ स्कूल पहुंचना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार एवं प्रशासन से परियोजना प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा देने के साथ, स्थानीय लोगों को कार्य पर रखने के अलावा परियोजना कार्य से बढ़े भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में प्रोटक्शन वर्क शुरू करने की मांग उठाई है, ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।